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साल 2023: जनवादी कोरिया की प्रमुख घटनाएं

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  1.काॅमरेड किम जंग उन का रूस दौरा काॅमरेड किम जंग उन ने 12 से 17 सितंबर तक रूस का दौरा किया और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर सम्मेलन किया. उन्होंने वोस्तोचनी कोस्मोड्रोम, कोम्सोमोल्स्क-ऑन-अमूर हवाई जहाज संयंत्र, केनेविच वायु सेना बेस और प्रशांत बेड़े का भी दौरा किया और जनवादी कोरिया और रुस के बीच सैन्य क्षेत्र सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा की गई. इस दौरान अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान भी जनवादी कोरिया-रूस संबंध पर रहा. 2.टोही उपग्रह का सफल प्रक्षेपण दो असफलताओं के बाद, जनवादी कोरिया 21 नवंबर की रात को टोही उपग्रह 'माल्लीग्यंग-1' लॉन्च करने में सफल रहा. इसने पूर्वोत्तर एशिया के सैन्य परिदृश्य में एक नया परिवर्तन ला दिया. जनवादी कोरिया को इस टोही उपग्रह द्वारा भेजे गए अमेरिकी सैन्य ठिकानों सहित दक्षिण कोरिया, संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान में प्रमुख सैन्य सुविधाओं की तस्वीरों की दैनिक रिपोर्ट प्राप्त होने लगी. 3.विभिन्न परमाणु हथियारों का विकास और संविधान में संशोधन इस साल, जनवादी कोरिया ने बड़ी संख्या में नए परमाणु हथियारों का अनावरण किया, जिसमें ह्वा

जनवादी कोरिया के तीव्र विकास का रहस्य

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जनवादी कोरिया शत्रुतापूर्ण ताकतों के कठोर प्रतिबंधों के बावजूद निरंतर विकास करते हुए आश्चर्यजनक गति से आगे बढ़ रहा है. इसका रहस्य क्या है? पिछली पीढ़ियों की संघर्ष की भावना को हमेशा याद रखना और उनकी इसी परंपरा को आगे बढ़ाना जनवादी कोरिया की जनता के उत्कृष्ट लक्षणों में से एक कहा जा सकता है. इतना ही नहीं इस देश के पास अमेरिका द्वारा शुरू किए गए कोरियाई युद्ध (1950-1953) के विध्वंस को कम समय में दूर करने और केवल 14 वर्षों में समाजवादी औद्योगिकीकरण पूरा करने का रिकॉर्ड है.विशेष रूप से, 1970 और 1980 के दशक में अर्थव्यवस्था और संस्कृति के सभी क्षेत्रों में इसने जो तीव्र प्रगति की, वह आज भी इसके लोगों को उनके संघर्ष में प्रोत्साहित कर रही है. 1970 के दशक में इसने दस लाख बुद्धिजीवियों को प्रशिक्षित किया, उनर्युल खदान की  बड़ी, लंबी दूरी की कन्वेयर बेल्ट और फ्यंगयांग मेट्रो जैसी विशाल निर्माण परियोजनाओं को अंजाम दिया और विनाशकारी मौसम की स्थिति के बावजूद साल-दर-साल अच्छी फसल प्राप्त की.1980 के दशक की शुरुआत में बने ग्रैंड पीपल्स स्टडी हाउस की निर्माण गति 1960 के दशक में बने फ्यंगयांग ग्रैंड

सैन्य टोही उपग्रह- माल्लीग्यंग-1

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 21 नवंबर 2023 की शाम को, जनवादी कोरिया का सैन्य टोही उपग्रह माल्लीग्यंग -1 (만리경 1호) आकाश में ऊंचा उड़ गया(माल्लीग्यंग का अर्थ दसियों हजारों मील तक देखने वाली आंख है). इसका प्रक्षेपण काॅमरेड किम जंग उन के मार्गदर्शन में हुआ. यह उपग्रह लॉन्च करने का तीसरा प्रयास था, जो स्कॉटिश राजा रॉबर्ट द ब्रूस की कहावत को साबित करता है कि ""यदि आप पहली बार में सफल नहीं होते हैं, तो दोबारा तिबारा प्रयास करें.  माल्लीग्यंग -1 के प्रक्षेपण से जनवादी कोरिया ने अंतरिक्ष कार्यक्रम के साथ-साथ मुख्य रूप से अमेरिका और दक्षिण कोरिया के आक्रमण के खतरों के खिलाफ खुद की रक्षा करने की क्षमता में एक बड़ी छलांग लगाई. ऐसा कर जनवादी कोरिया दुनिया का सातवां ऐसा मुल्क हो गया जिसने खुद के दम पर सैन्य टोही उपग्रह प्रक्षेपित करने का कारनामा कर डाला.अबतक दुनिया के 6 देश अमेरिका,रुस, चीन, फ्रांस, ब्रिटेन और इसराइल ही ऐसा कर चुके हैं.  वर्षों से अमेरिका उपग्रहों, जासूसी विमानों और अन्य माध्यमों से जनवादी कोरिया की जासूसी और अवैध निगरानी करता रहा है. अब जनवादी कोरिया के पास अपना स्वयं का सैन्य टोही उपग्रह है जो उस

जनवादी कोरिया के चुनाव का दृश्य

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 विगत 26 नवंबर 2023 को जनवादी कोरिया में राजधानी फ्यंगयांग समेत सभी प्रातींय जन समितियों शहरों और जिलों की जन समितियों यानि पीपुल्स कमिटी के लिए मतदान हुआ. हमारे संदर्भ में कहें तो देश की सभी विधानसभाओं और स्थानीय निकायों यानि नगर निगमों, नगरपालिकाओं और जिला परिषदों के प्रतिनिधियों के लिए मतदान हुआ. देश भर में लोग जनता की शक्ति को और मजबूत करने और चुनावों के माध्यम से लोकप्रिय जनता पर केंद्रित कोरियाई शैली के समाजवाद के फायदों को एक बार फिर प्रदर्शित करने के लिए एक मन से मतदान केंद्रों पर एकत्र हुए.  चुनावों में क्रांतिकारी अग्रदूतों ने भाग लिया, जिन्होंने कोरिया की मुक्ति के पहले दिन से दशकों तक जनवादी कोरिया की सरकार में असीम विश्वास रखते हुए, देशभक्ति की राह तय की. इस चुनाव में युवा पीढ़ी समेत विभिन्न क्षेत्रों के अन्य लोगों ने भाग लिया. शुद्ध विवेक और दायित्व के साथ जनवादी कोरिया की सरकार को बनाए रखने की लोगों की इच्छा पूरी तरह से प्रदर्शित हुई और देश भर के सभी लोगों ने चुनावों में अपने देशभक्तिपूर्ण उत्साह को व्यक्त किया.  देश भर के खेत मजदूरों ने भी, जनता के प्रतिनिधियों के रूप