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अक्तूबर, 2022 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

क्यूबा मिसाइल संकट और जनवादी कोरिया

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  अभी हाल में ही क्यूबा मिसाइल संकट या कैरेबियन संकट के  60 साल पूरे हुए . 22 अक्टूबर 1962  को अमेरिकी साम्राज्यवादियों ने घोषणा की कि उसके जासूसी उपग्रहों ने सोवियत संघ द्वारा क्यूबा  में लंबी दूरी की मिसाइलों को ले जाने का पता लगाया था.  अमेरिका के तत्कालीन साम्राज्यवादी सरदार कैनेडी ने सोवियत संघ और क्यूबा को  धमकी दी। और क्यूबा पर एक नौसैनिक नाकाबंदी लगाई गई और आक्रमण की धमकी दी गई  और सोवियत संघ को परमाणु हमले की धमकी दी गई थी. इस घटना के  6 दिन बाद  28 अक्टूबर 1962 को तत्कालीन सोवियत नेता संशोधनवादी ख्रुश्चोव भागा भागा अमेरिका गया और ये घोषणा की कि सोवियत सरकार ने  पहले से चल रहे हथियारों के निर्माण कार्य के अलावा  आगे के कामों को बंद करने के निर्देश जारी किए हैं, हथियारों को नष्ट करने पर एक नया आदेश जारी किया गया है जिसे आप '(अमेरिका) आक्रामक' बताते हैं इसलिए हम ऐसे हथियारों की सोवियत संघ में वापसी करते हैं . जनवादी कोरिया के नेता कॉमरेड किम जंग इल ने उस समय कहा था, "आधुनिक संशोधनवादी अमेरिकी साम्राज्यवादियों के सामने झुक गए, यह वादा करते हुए कि वे अपने मिसाइल ठिक

महज 230 दिनों में बना विशालकाय समाजवादी आश्चर्य

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  विगत 10 अक्टूबर 2022 को जनवादी कोरिया  की वर्कर्स पार्टी की स्थापना के 77 साल पूरे होने के अवसर पर दक्षिणी हामग्यंग प्रांत की हामजू काउंटी के रय्नफो  गाँव में  देश और दुनिया के सबसे बड़े ग्रीनहाउस सब्जी फार्म का उद्घाटन पार्टी महासचिव काॅमरेड किम जंग उन के द्वारा किया गया. दक्षिणी हामग्यंग प्रांत की राजधानी और जनवादी कोरिया के प्रमुख वैज्ञानिक और औद्योगिक शहर हामहुंग समेत पूरे प्रांत के निवासियों के लिए सालों भर ताजी सब्जियां उपलब्ध कराने का मुद्दा वर्कर्स पार्टी की प्राथमिकताओं में शामिल था. अत: वर्कर्स पार्टी की  8 वीं केंद्रीय कमिटी की चौथी प्लेनरी  मीटिंग में  प्रांत के रय्नफो  नामक गाँव में दुनिया का सबसे बड़ा और अत्याधिक स्वचालित(Highly Automated) एक अत्याधुनिक ग्रीनहाउस सब्जी उद्यान और फार्म मजदूरों के लिए आवासीय क्षेत्र बनाने का निर्णय लिया गया. इस विशालकाय फार्म हाउस के लिए जमीन के निर्धारण करने में पार्टी महासचिव और जनवादी कोरिया की सेनाओं के सुप्रीम कमांडर काॅमरेड किम जंग उन ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और उन्होंने उसी जगह पर स्थित जनवादी कोरिया की वायुसेना के अड्डे को ह

भारतीय राजनीतिक दलों द्वारा वर्कर्स पार्टी की स्थापना की बधाई

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 जनवादी कोरिया के मुख्य अखबार रोदोंग सिनमुन(19 अक्टूबर 2022) में छपी खबर.  भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी),  राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, भारतीय पीपुल्स पार्टी, भारत की अल्पसंख्यकों की राष्ट्रीय समिति और अखिल भारतीय फॉरवर्ड ब्लॉक  ने  वर्कर्स पार्टी ऑफ़ कोरिया (WPK) की 77वीं स्थापना वर्षगांठ के अवसर पर 11 अक्टूबर को एक संयुक्त प्रेस बयान जारी किया . उन्होंने प्रेस वक्तव्य में कोरियाई जनता को वर्कर्स पार्टी की स्थापना की बधाई दी.उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि वर्कर्स पार्टी ने अतीत में कोरियाई जनता की वास्तविक और मातृ पार्टी  के रूप में एक विशिष्ट भूमिका निभाई है और  भविष्य में भी जीत के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में अपनी ताकत का पूरी तरह से प्रदर्शन करेगी.उन्होंने कोरियाई जनता के साथ दोस्ती और एकजुटता की पुष्टि की और एक शक्तिशाली समाजवादी देश के निर्माण के लिए उनके संघर्ष में अधिक सफलता की कामना की.

अमेरिका- दक्षिण कोरिया संयुक्त सैन्य अभ्यास मुर्दाबाद!!

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आए दिन जनवादी कोरिया ( जिसे लोग उत्तर कोरिया के नाम से ज्यादा जानते हैं, अपनी मिसाइल परीक्षणों से सुर्खियों में रहता है और बहुतेरों को लगता है कि जनवादी कोरिया विश्व शांति का दुश्मन है और उसके लिए खतरा है. जबकि यह एक संप्रभु देश की आत्मरक्षा के जायज अधिकार की बात है. दुनिया की तमाम सूचनाओं के स्त्रोतों पर काबिज  पश्चिम और उसके पिछलग्गूओं द्वारा  लोगों से यह सच्चाई हमेशा से ही छिपाई जाती रही है अमेरिका ने 1950 में जनवादी कोरिया की चुनी हुई   कम्युनिस्ट सरकार के विरुद्ध युद्ध छेड़ा और भीषण बमबारीयों, रासायनिक हथियारों आदि के दम पर वहां की एक चौथाई आबादी को खत्म कर दिया बेशक अपनी एक चौथाई जनता की शहादत की बदौलत जनवादी कोरिया ने अमेरिका को उस युद्ध में पराजित किया और अंततः वापस खदेड़ दिया जिस देश ने साम्राज्यवादी राक्षसों के हाथों इतना भीषण विध्वंस देखा हो, और उसके बाद के तमाम दशक उसकी संप्रभुता पर षड्यंत्र जारी रहे हों, उस देश ने अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए परमाणु हथियार और  मिसाइल बनाया  तो क्या गलत किया  ?  जनवादी कोरिया ने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया . जनवादी कोरिया ने विश्व साम

कृषि यंत्रों का लहराता समुद्र

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25 सितम्बर 2022 को जनवादी कोरिया के दक्षिणी ह्वांगहे प्रांत की राजधानी हेजू के मुख्य चौराहे पर कृषि यंत्रों का समुद्र लहराता सा दिखा. इन कृषि यंत्रों को वर्कर्स पार्टी की 8 वीं केंद्रीय समिति की  पोलित ब्यूरो की 10 वीं बैठक के निर्णय के तहत देश का "अनाज का कटोरा" कहे जाने वाले दक्षिणी ह्वांगहे प्रांत की विभिन्न सहकारी फार्मों में बांटने के लिए लाया गया था और इसके लिए आयोजित एक समारोह में  उन्नत किस्म के कुल 5500 कृषि यंत्र बांटे गए. जिसमें 1500 चलंत(mobile) धान  थ्रसर मशीन, 2500 छोटे आकार वाली हार्वेस्टर (धान)मशीन, 500 मक्का थ्रसर मशीन और 1000 मशीनी हल का वितरण किया गया ताकि बर्फ गिरने से पहले ही फसल कटाई का काम तेजी से कुशलतापूर्वक पूरा किया जा सके.इन यंत्रों को जनवादी कोरिया के मजदूर वर्ग ने अपने किसान साथियों के लिए बड़ी लगन से बनाया है. इन मशीनों को सैनिकों के लिए हथियार बनाने वाले कारखानों में बनाया गया है. समारोह में आए लोगों जोश और उत्साह से भरे थे. समारोह स्थल पर "चावल से समाजवाद की रक्षा करो! (쌀로서 사회주의를 지키자! ) " समाजवाद जिंदाबाद! (사회주의 만세!)के नारे वाल

फ्यंगयांग में रविवार का एक दिन

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जनवादी कोरिया की राजधानी फ्यंगयांग समेत पूरे देश में शरद ऋतु का आगमन हो चुका है. लोगों में जोश और उत्साह का संचार करनेवाली शरद ऋतु के एक रविवार के दिन समाजवादी व्यवस्था  में  जीवन की बुनियादी जरूरतों की चिंता से बेफिक्र फ्यंगयांग निवासियों की एक झलकियाँ दिखाते इस वीडियो को देखकर  पश्चिम और दक्षिण कोरिया के फैलाए गए इस झूठ का पर्दाफाश होता है कि जनवादी कोरिया के लोग बोरियत वाला जीवन जीते हैं. फ्यंगयांग निवासियों के तफरीह के ये पल जनवादी कोरिया के समाजवाद के दुश्मनों को फूटी आंखों भी नहीं सुहाऐंगे. रविवार का दिन है और फ्यंगयांग की थेदोंग  नदी के किनारे शौकिया मछली पकड़ने वाले सवेरे से ही इसका लुत्फ उठा रहे हैं. इनमें से ज्यादातर वृद्ध लोग हैं जिन्हें अपनी वृद्धावस्था को लेकर कोई फिक्र नही है. जनवादी कोरिया की समाजवादी व्यवस्था पुरुषों को 60 और महिलाओं को 55 साल की उम्र में ही रिटायर कर पेंशन ,राशन और अन्य कई सुविधाओं का जीवनपर्यंत लाभ देती हैं. समाजवादी व्यवस्था में बूढ़ों को समाज पर बोझ नहीं समझा जाता. वहीं पूंजीवादी सिओल (दक्षिण कोरिया) के वृद्ध बेचारे व्यवस्था के मारे हैं. दक्षिण कोरि