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अक्तूबर, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

शुक्रिया वर्कर्स पार्टी!!

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इस पोस्ट को 7 नवंबर 2021 को अपडेट किया गया इन दिनों समाजवादी उत्तर कोरिया के अलग अलग प्रांत के ग्रामीण इलाकों का कायाकल्प करने की झड़ी सी लग गई है जो वर्कर्स पार्टी की  जनवरी 2021 में हुई 8 वीं पार्टी कांग्रेस की समाजवादी ग्रामीण क्षेत्र के निर्माण की महान योजना का हिस्सा है. नवंबर 2021 के पहले हफ्ते में देश के विभिन्न प्रांतों के गांवों में नए बने घरों में लोगों का धूमधाम से प्रवेश कराया गया. इसी कड़ी में दक्षिण फ्यंगआन प्रांत के फ्यंगवन काउंटी के एक गाँव में 700 नए घरों के अलावा सहकारी फार्म प्रबंधन बोर्ड, सांस्कृतिक हाॅल, बच्चों की नर्सरी आदि का निर्माण कराया गया. गाँव के सभी नए बने इन घरों में मवेशियों के लिए बाड़े और भंडार गृह भी बने हुए है. इसके अलावा इन घरों के चारों ओर फलदार पेड़ भी लगाए गए हैं. पार्टी के स्थानीय पदाधिकारियों ने लोगों को इन घरों के आजीवन मुफ्त में इस्तेमाल करने के लिए आवासीय परमिट बांटे और बाद में घर घर जाकर लोगों को पार्टी की तरफ से उपहार भी दिए. ऐसा ही नजारा देश के उत्तरी और दक्षिणी हामग्यंग प्रांत  के ग्रामीण इलाकों में भी देखने को मिला.एक बात और उत्तर कोरिय

फसल कटाई

  इन दिनों उत्तर कोरिया में फसलों (धान) की कटाई का काम अपने अंतिम चरण में है. देश के सभी सहकारी कृषि फार्मों में फसल कटाई के लिए चरणबद्ध योजना बनाई गई है और ट्रैक्टर समेत अन्य कृषि यंत्र दिन रात काम में लगे हुए हैं (फसल ही इतनी भरपूर हुई है) और कुछ दिनों के बाद British Brainwashing Corporation (BBC) और Crazy News Network (CNN) और उनकी झूठन परोसने वाले अन्य मीडिया चैनल हमें बताने लगेंगे कि उत्तर कोरिया में भयानक खाद्य संकट है, फसलें बर्बाद हो गई हैं और लाखों लोग भुखमरी के कगार पर हैं और न जाने क्या क्या. BBC और CNN कम से कम वर्ल्ड बैंक या विश्व खाद्य संगठन (WFP) अपने जैसे साम्राज्यवाद के पैसों से पलने वाले बंधु बिरादरों के ही आंकड़े का इस्तेमाल कर लेते जिसमें यह कबूल किया गया है कि उत्तर कोरिया की खाद्य आत्मनिर्भरता 90 फीसद से उपर है और भुखमरी से लोग नहीं मरे थे. एक बात और कि उत्तर कोरिया की 15 फीसदी भूमि ही कृषि योग्य है और वहाँ की जलवायु भी खेती के लायक नहीं है . वहाँ अगर खराब मौसम या अन्य वजहों से फसलें बर्बाद होगी तो वहाँ की पार्टी और प्रशासन ईमानदारी से इस बात  को स्वीकार कर लेगा.

असहमति का अधिकार

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इस पोस्ट को 15 दिसम्बर 2021 को अपडेट किया गया   तथाकथित "मुख्यधारा" की तथाकथित "स्वतंत्र और निष्पक्ष " मीडिया द्वारा दुनिया के सबसे सनकी, क्रूर, निरंकुश तानाशाह  जैसी संज्ञाओं से नवाजे गए किम जंग उन की तानाशाही का आलम देखिए कि उनके बगल में बैठा आदमी उनकी बात से असहमति जता रहा है.  उत्तर कोरिया की वर्कर्स  पार्टी की पोलित ब्यूरो की एक बैठक में पार्टी सचिव किम जंग उन के किसी प्रस्ताव पर पांच सदस्यों ने असहमति जताई जो उपरोक्त तस्वीर में साफ साफ दिखाई देता है और असहमति जताने वाले सदस्यों को किसी तोप से नहीं उड़ाया गया या लोगों के सामने गोली नहीं मारी गई क्योंकि उन्हें असहमत होने का अधिकार है. इसलिए उत्तर कोरिया में किम जंग उन समेत कोई भी निरंकुश नहीं हो सकता. वहाँ जनता और पार्टी से कोई उपर नहीं. अगर वहाँ नेता  की बहुत इज्जत है तो उसके जनहितैषी कामों की वजह से ही है.  उत्तर कोरिया की वर्कर्स पार्टी जो कि एक कम्युनिस्ट पार्टी है के द्वारा संचालित एक समाजवादी देश है जिसमें जनता की तानाशाही ही चलती है. आप जिस उत्तर कोरिया के बारे में आए दिन सुनते रहते हैं उस उत्तर कोरिया का

बराबरी वाली व्यवस्था

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 समाजवादी देश उत्तर कोरिया के बारे में दुनिया के लोगों में घृणित और विकृत समझ बनाने में सबसे बड़ा योगदान किसी का है तो वह अमेरिकी साम्राज्यवादियों के सहयोग से उसके सबसे बड़े पिट्ठू  दलाल  दक्षिण कोरिया का है. उसी दक्षिण कोरिया में कुछ प्रगतिशील लोगों द्वारा हिम्मत कर वहाँ के लोगों में उत्तर कोरिया को लेकर सही समझ बनाने के लिए यूट्यूब पर एक चैनल चलाया जाता है. इस चैनल में धोखेबाजी का शिकार हो कर दक्षिण कोरिया में फंसे उत्तर कोरिया के कुछ लोग भी शामिल हैं जो बिना किसी पैसे के लालच में आकर बिना किसी लाग लपेट के उत्तर कोरिया की हकीकत बयान करते हैं. इस चैनल ने उत्तर कोरिया से संबंधित मुद्दों पर कई एपिसोड किए हैं. इस एपिसोड में यहाँ उत्तर कोरिया की बराबरी वाली व्यवस्था पर चर्चा की जा रही है. जाहिर है पूरी चर्चा कोरियाई भाषा में है.   वीडियो की शुरुआत उत्तर कोरिया की राजधानी फ्यंगयांग और अन्य शहरों में बनाए गए बच्चों की नर्सरी, अनाथालय, स्कूल, वृद्धाश्रम, थियेटर, मजदूरों के लिए बनाए गए होस्टल की तस्वीरों से होती है. इसके द्वारा इस पूर्वाग्रह को मिटाने की कोशिश की जा रही है कि उत्तर कोरिया में