क्या है जनवादी कोरिया की सनगुन राजनीति (선군정치)?



क्या है जनवादी कोरिया की सनगुन राजनीति (선군정치)?

   25 अगस्त 1960 को  काॅमरेड किम जंग इल (तस्वीर में बाऐं) ने कोरियाई पीपुल्स आर्मी (केपीए) के ऐतिहासिक सियोल रयू क्यंग सु गार्ड नंबर 105 टैंक डिवीजन का दौरा करके सनगुन (선군 , सेना सर्वप्रथम) क्रांतिकारी नेतृत्व की शुरुआत की थी.  केपीए का उपरोक्त डिवीजन  28 जून 1950 को दक्षिण कोरिया के सियोल में प्रवेश करने वाला पहला  डिवीजन था  और इसने सियोल को अमेरिकी साम्राज्यवादी और दक्षिण कोरियाई कठपुतली औपनिवेशिक शासन से मुक्त कराया गया था. इसी डिवीजन के टैंक नंबर 312 यूनिट ने इस साल अमेरिकी साम्राज्यवादी हमलावरों के खिलाफ महान पितृभूमि मुक्ति युद्ध में जीत की 70वीं वर्षगांठ के लिए भव्य सैन्य परेड में गर्व से भाग लिया.

केपीए के सियोल रयू क्यंग सु गार्ड नंबर 105 टैंक डिवीजन का दौरा करते समय, काॅमरेड किम जंग इल ने  क्रांतिकारी नारा दिया "आइए हम अपने जीवन के साथ  कॉमरेड किम इल संग की अध्यक्षता वाली पार्टी केंद्रीय समिति की रक्षा करें!"। यह नारा इस विचार का सार था कि जनवादी कोरिया की क्रांतिकारी सशस्त्र सेना वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की क्रांतिकारी सशस्त्र सेनाएं हैं और वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया (डब्ल्यूपीके) के नेतृत्व में हैं. अक्सर जनवादी कोरिया  के बाहर सनगुन राजनीति को गलत तरीके से समझा जाता है कि यह एक सैनिक सरकार के समान है या सेना द्वारा नियंत्रण देश और समाज के बारे में है, लेकिन सच्चाई कुछ और है. जनवादी कोरिया में आपको वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया का लाल झंडा सैन्य वाहनों पर शान से लहराता हुआ दिखाई देगा.

सनगुन क्रांतिकारी नेतृत्व जनवादी कोरिया के क्रांतिकारी सशस्त्र बलों पर पार्टी  के नेतृत्व और मार्गदर्शन को मजबूत करने के बारे में था. काॅमरेड  किम जंंग इल  ने केपीए को न केवल हथियार और तकनीक में मजबूत बल्कि विचारधारा के साथ-साथ पार्टी और उसके सिद्धांतों के  प्रति वफादारी में भी मजबूत शक्ति के रूप में स्थापित किया. जैसा कि काॅमरेड किम जंग उन ने अपनी एक रचना में लिखा है "सनगुन क्रांति में केपीए को सबसे महत्वपूर्ण मामलों के रूप में मजबूत कउरने के संबंध में, उन्होंने केपीए को हमारी क्रांति के समर्थन, मुख्य शक्ति के रूप में खड़ा किया और गंभीर साम्राज्यवाद-विरोधी, अमेरिका-विरोधी युद्ध में ऐतिहासिक जीत हासिल की. देश की सुरक्षा और समाजवाद की रक्षा और कोरियाई पीपुल्स आर्मी को  वर्कर्स पार्टी के उद्देश्य के लिए  और एक अजेय क्रांतिकारी सेना बनने के लिए प्रशिक्षित किया.


सनगुन क्रांतिकारी नेतृत्व  1960 के दशक से 

काॅमरेड किम जंग इल के भौतिक जीवन के अंत तक लगातार चला . जनवादी कोरिया की आत्म-रक्षात्मक शक्ति बढ़ती गई और बढ़ती गई. जनवादी कोरिया ने "प्यूब्लो' घटना, ईसी121 घटना और पनमुनजम घटना जैसी तीव्र अमेरिका विरोधी टकराव में जीत हासिल की. इन सभी घटनाओं ने सनगुन राजनीति और सनगुन क्रांतिकारी नेतृत्व के औचित्य और श्रेष्ठता को साबित किया.

शीत युद्ध' वास्तव में कभी ख़त्म नहीं हुआ और 1990 के दशक के अंत में, कई समाजवादी देशों और कई तीसरी दुनिया के देशों ने नव-उपनिवेशवाद और कठपुतली शासन के माध्यम से अमेरिकी और विश्व साम्राज्यवादियों के प्रभुत्व में आकर अपनी स्वतंत्रता खो दी. अमेरिका ने हस्तक्षेप और युद्ध के माध्यम से इराक और लीबिया में साम्राज्यवाद विरोधी स्वतंत्र सरकारों को गिरा दिया। ऐसी विकट परिस्थितियों में , एक ही देश चट्टान की तरह मजबूत था और दुनिया में समाजवाद के गढ़ के रूप में खड़ा था; और वो था जनवादी कोरिया!!!

सनगुन क्रांतिकारी नेतृत्व के तहत जनवादी कोरिया एक समाजवादी परमाणु शक्ति और एक  अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल (ICBM) शक्ति बन गया है जो न केवल अमेरिकी साम्राज्यवादियों के आक्रमण को झेलने में बल्कि राष्ट्रीय  एकीकरण के लिए एक पवित्र संग्राम छेड़ने और पुनर्मिलन लाने में भी पूरी तरह सक्षम है.


काॅमरेड किम जंग इल द्वारा शुरू किए गए  सनगुन क्रांतिकारी नेतृत्व के उद्देश्य को काॅमरेड किम जंग उन द्वारा आगे बढ़ाया जा रहा है.

 

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