यूक्रेन में जनवादी कोरिया के सैनिक (?)-1

 

यूक्रेन में "उत्तर कोरियाई सैनिकों" की मौजूदगी के बारे में तथाकथित मुख्यधारा की मीडिया में काफी अफवाह है.

वास्तव में जनवादी कोरिया ने पिछले साल यूक्रेन में सेना और/या सैन्य आपूर्ति भेजने की फर्जी खबरों का खंडन किया था. हाल ही में, रूस ने इस बात से इनकार किया है कि यूक्रेन में जनवादी कोरिया के सैनिक हैं. और तो और अब नाटो ने भी यूक्रेन के उत्तर कोरियाई सैनिकों के दावे को नकार दिया है.


खबर तो यह भी थी कि यूक्रेन में जनवादी कोरिया के 10,000 सैनिक तैनात हैं. पर वास्तव में जनवादी कोरिया ने अपने इतिहास में कभी भी देश के बाहर 10,000 सैनिकों को तैनात नहीं किया है.अमेरिकी साम्राज्यवादियों के खिलाफ युद्ध के दौरान जनवादी कोरिया ने  वियतनाम में बहुत कम संख्या में केपीए (कोरियन पीपुल्स आर्मी) सैनिकों और वायु सेना के पायलटों को तैनात किया  था. इसी प्रकार केपीए वायु सेना के पायलटों ने 1973 में मिस्र और सीरिया में लड़ाई लड़ी लेकिन संख्या कम था. जनवादी कोरिया ने लगभग एक दर्जन देशों में कम संख्या में प्रशिक्षकों या विशेषज्ञों को भी तैनात किया लेकिन  यह आंकड़ा कभी 10,000 तक नहीं पहुंचा.

जब जनवादी कोरिया अमेरिका और दक्षिण कोरिया से खतरों का सामना कर रहा हो तो वह विदेश में सेना नहीं भेजेगा.


यह अफवाह दक्षिण कोरिया और यूक्रेन दोनों द्वारा फैलाई जा रही है, जो अमेरिकी साम्राज्यवाद की कठपुतली हैं. यूक्रेनी फासीवादी शासन खुद को "पीड़ित" के रूप में चित्रित करने के लिए बेताब है और पश्चिमी देशों की  सरकारों से और अधिक धन प्राप्त करने के लिए यह झूठ बोल रहा है कि उसे न केवल रूस बल्कि जनवादी कोरिया से भी लड़ना पड़ रहा है.


वास्तव में यह फासीवादी दक्षिण कोरिया है जिसके पास यूक्रेन में सैनिक और भाड़े के सैनिक हैं और वह यूक्रेनी फासीवादी शासन को हथियारों की आपूर्ति और सहायता दे रहा है.


यदि जनवादी कोरिया के सैनिक वास्तव में अब तक यूक्रेन में लड़ रहे होते तो कीव का अबतक पतन हो गया होता और ज़ेलेंस्की एक ध्वज स्तंभ से उल्टा लटका हुआ होता.

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