सेना में भर्ती का उत्साह

 

अमेरिकी साम्राज्यवादियों और दक्षिण कोरिया के कठपुतली देशद्रोहियों के प्रति बढ़ती नाराजगी और शत्रुता के बीच देश की रक्षा के अभियान में शामिल होने वाले युवाओं की संख्या हर बीतते दिन के साथ बढ़ रही है.


19 मार्च 2023 तक देश भर में कोरियाई पीपुल्स आर्मी (केपीए) में शामिल होने और फिर से शामिल होने के लिए उत्साहपूर्वक स्वेच्छा से भाग लेने वाले युवाओं की संख्या लगभग 14 लाख हो गई.

देश भर के कार्यस्थलों और स्कूलों में सेना में शामिल होने के लिए युवाओं का उत्साह चरम पर है. जनवादी कोरिया के मजदूरों और किसानों के बेटे बेटियां अपनी समाजवादी पितृभूमि और क्रांति की रक्षा के संघर्ष में शानदार जीत और सम्मान हासिल करने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं. इनके दिलों में देश और लोगों के लिए प्रबल प्रेम और शत्रु  को निर्मम सजा देने की भावना है .

देश के अलग-अलग हिस्सों में सभाएं हुईं.

देशभक्त नौजवानों  और नवयुवतियों ने जमीन पर मंडराते परमाणु युद्ध के काले बादलों को लाने वाले दुश्मनों को निर्मम सजा देने, "फ्यंगयांग पर कब्जा करने" का इरादा रखने वाले शत्रुओं और  राष्ट्रीय एकीकरण के लिए महान युद्ध में जीत हासिल करने का संकल्प लिया.

किम छेक आयरन एंड स्टील कॉम्प्लेक्स, नामहूंग  यूथ केमिकल कॉम्प्लेक्स, सुनछन एरिया यूथ कोल माइनिंग कॉम्प्लेक्स, फ्यंगयांग  इलेक्ट्रिक केबल जनरल फैक्ट्री 326 और अनाक काउंटी में ओकुक फार्म सहित औद्योगिक प्रतिष्ठानों और खेतों से 950 000 से अधिक कामकाजी युवा  अपने जीवन के जोखिम पर देश की रक्षा के संघर्ष में  निकल पड़े और 180 000 से अधिक युवाओं ने स्वेच्छा से उत्तरी फ्य्ंगआन प्रांत में पीपुल्स आर्मी में शामिल होने और फिर से शामिल होने के लिए स्वेच्छा से भाग लिया.

देश भर के विश्वविद्यालयों और  विद्यालयों के छात्रों ने अपने हाथ में हथियार लेकर हमलावरों को कुचलने के संघर्ष में शामिल होने का दृढ़ संकल्प व्यक्त किया, जैसा कि बच्चों के सेना ने 1950 के दशक में पितृभूमि मुक्ति युद्ध में किया था.

जनवादी कोरिया की क्रांति के उत्तराधिकारी युवा पीढ़ी जिन्होंने अपने विश्वास को कठोर कर लिया है और पार्टी की देखरेख में खुद को देश, क्रांति और समाजवाद के लिए समर्पित कर दिया है, वे दक्षिण की ओर बढ़ने और अमेरिका के साथ टकराव में युगांतरकारी जीत लाने के लिए पूरी तरह से दृढ़ हैं अगर दक्षिण कोरिया किसी भी कीमत पर अगर अमेरिकी साम्राज्यवाद के साथ  जनवादी कोरिया की भूमि पर  युद्ध छेड़ने की जुर्रत करते हैं.


यहाँ यह स्पष्ट करना जरूरी है कि जनवादी कोरिया में अनिवार्य सैनिक सेवा का प्रावधान नहीं है और न ही इसे करने पर किसी तरह की कोई सजा मिलती है जैसा कि अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई दुष्प्रचार तंत्र द्वारा चिल्ला चिल्लाकर बताया जाता है. सेना में जाने के उत्सुक युवा युवतियाँ अपनी मर्जी से जाते हैं. जनवादी कोरिया में सैनिक सेवा प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य जरूर है पर इसके लिए कोई जोर जबरदस्ती नहीं है. लिबरलों और दक्षिणपंथियों के स्वर्ग दक्षिण कोरिया में इसके विपरीत अनिवार्य सैनिक सेवा का प्रावधान है और इसका उल्लंघन करने पर सजा दी जाती है. जबकि जनवादी कोरिया में ऐसा कुछ भी नहीं है. जनवादी कोरिया में नेताओं और अफसरों की संतानों को सैनिक सेवा करना  अनिवार्य है. काॅमरेड किम जंग उन भी कठोर सैनिक सेवा कर चुके हैं.(हमारे यहाँ तथाकथित देशभक्ति दिखाने वाले नेताओं के कितने बच्चे सेना में जाते हैं?)सामान्य लोगों के लिए कोई बाध्यता नहीं है. जनवादी कोरिया की सेना की पृष्ठभूमि जापानी साम्राज्यवादी विरोध से जुड़ी हुई है और यह अपनी जनता पर अत्याचार करने वाली पूंजीपतियों की दलाल सरकारों के हुक्म पर चलने वाली सेना नहीं है.


जनवादी कोरिया में 'सैन्य इतिहास' 'क्रांति का इतिहास' है.इस ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के अलावा, क्योंकि कोरियाई प्रायद्वीप अभी भी युद्ध और युद्धविराम की एक अस्थायी स्थिति में है इसलिए जनवादी कोरिया में एक सैनिक बनना और मातृभूमि की रक्षा करना एक नागरिक का सर्वोच्च कर्तव्य और सम्मान माना जाता है. इस सामाजिक माहौल की वजह से स्वेच्छा से    जितना हो सके सैन्य बलों की भर्ती की जा सकती है. यह भी कहा जाता है कि सैन्य सेवा पूरी करने के बाद, राज्य द्वारा मान्यता प्राप्त एक आदर्श नागरिक, यानी "रिटायर्ड सैनिक" बनना और वहाँ के सर्वोच्च संगठन, वर्कर्स पार्टी ऑफ़ कोरिया का सदस्य बनने में उन्हें वरीयता दी जाती है. है. सैन्य सेवा के दौरान बलिदान होने वाले या गंभीर रूप से घायल होने वाले और अपंग हो जाने वालों के साथ सर्वोच्च सम्मान के साथ व्यवहार किया जाता है.


जनवादी कोरिया में सेना ने न केवल राष्ट्रीय रक्षा बल्कि आर्थिक निर्माण में भी प्रमुख भूमिका निभाई है. जनवादी कोरिया की सैन्य-प्रथम Military First, 선군)नीति, जिसने 1990 के दशक में समाजवादी ब्लॉक के पतन और प्राकृतिक आपदाओं के कारण उत्पन्न कठिन परिस्थितियों के दौरान राष्ट्रीय संकट को दूर करने के लिए सेना को सबसे आगे रखा, की भी यह ऐतिहासिक पृष्ठभूमि है. चूंकि पीपल्स आर्मी को संकट से उबरने के लिए बुनियादी प्रेरणा शक्ति के रूप में इस्तेमाल किया गया था, वहाँ सेना ने कई बड़े बिजलीघरों और आवासीय इलाकों का निर्माण किया है.

 
जनवादी कोरिया में हाईस्कूल पास करने के बाद कुल छात्रों का 20% स्वेच्छा से सेना में जाता है. यदि किसी को कोई बीमारी है या चश्मा लग गया है तो वह सेना में नहीं जा सकता/सकती है. अगर कोई अपने घर की इकलौती संतान है और वह दृढ़ता से सेना में भर्ती होना चाहता/ चाहती है और माता- पिता ने विरोध कर दिया तो वो सेना में नहीं जा सकता/सकती. जनवादी कोरिया में स्वेच्छा से सेना में जाने पर लड़कों को 10 साल और लड़कियों को 6 साल सैनिक सेवा करनी पड़ती है.
जनवादी कोरिया में पढ़ाई के बाद, अगर कोई कला मंडली या खेल टीम के लिए चुने जाते हैं, तो सेना में  नहीं जा सकते और इसके लिए उसकी कोई आलोचना नही की जाती है. अगर कोई कलाकार या खिलाड़ी बाद में स्वेच्छा से सेना में जाना चाहे तो उसे 10 साल के बजाय 3 साल ही सैनिक सेवा करनी  पड़ती है.


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