जनवादी कोरिया का समाज

 


जनवादी कोरिया के समाज की वास्तविक विशेषताएं

पिछले 24 मई को संयुक्त राज्य अमेरिका में टेक्सास के एक प्राथमिक स्कूल  में गोलीबारी से  19 बच्चों सहित 21 लोगों के मारे जाने की खबर आई थी. इससे पहले, 19 मई को शिकागो शहर में किशोरों के बीच झगड़े के बाद गोलीबारी हुई थी, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी और आठ अन्य घायल हो गए थे। इस दौरान, जनवादी कोरिया में पूरी तरह से विपरीत चीजें हुईं.घातक वायरस COVID-19 के जनवादी कोरिया में प्रवेश करने के बाद देश उच्चतम स्तर की आपातकालीन महामारी प्रणाली लागू कर दी गई. सरकारी मदद के अलावा कई अधिकारियों, मेहनतकश लोगों और यहां तक ​​कि छात्रों और बच्चों ने स्वेच्छा से इन कठिन परिस्थितियों में जरूरतमंद परिवारों को खाद्यान्न और दवाएं दान कीं. जनवादी कोरिया में एक दूसरे की मदद करने के ऐसे  उदाहरण आम  हैं. साल 2020 के अंत में, एक दुर्घटना में बुरी तरह झुलसे दो कर्मचारियों को देश के पूर्वी हिस्से में हामहुंग सिटी अस्पताल ले जाया गया. यह पता चलने पर कि उनके त्वचा निरोपण (Skin Grafting) के लिए ऑपरेशन किया जाएगा, उनके रिश्तेदार और सहकर्मी अस्पताल पहुंचे. लेकिन तब तक उन्हें बहुत देर हो चुकी थी.  अस्पताल के तैंतीस डॉक्टरों और नर्सों ने मरीजों को अपनी त्वचा के भाग पहले ही लगा दिए थे.उनमें से कोई भी इन दो रोगियों के नाम नहीं जानता था और न ही उनसे पहले मिला था. क्या तथाकथित"लिबरल डेमोक्रेसी" वाले समाज में ऐसा संभव है?

जनवादी कोरिया में वृहत सामंजस्यपूर्ण समाजवादी परिवार की अवधारणा है  इसका मतलब यह है कि समाज के सभी सदस्य परिवार के सदस्यों की तरह परस्पर स्नेह की भावना से रहते हैं.इस देश में अगर किसी के साथ कोई अनहोनी हो जाती है तो उसके पड़ोसी, सहकर्मी और यहां तक ​​कि जो उससे कभी नहीं मिले हैं, वे भी स्वेच्छा से उसकी मदद करते हैं. तथाकथित विकसित और आदर्श जापानी और यूरोपीय समाज में आम अकलेपन से हुई वृद्धों की मौत जनवादी कोरिया में असंभव है.

1950 के दशक में अमेरिका के साथ युद्ध की भीषण विभीषिका के बाद देश के पुर्ननिर्माण के दौरान कांगसन स्टील कारखाने में मजदूरों के एक समूह ने  ईमानदारी से अपने कारखाने के उन साथियों की मदद की जो पिछड़ रहे थे, इस दौरान उन्होंने कई सामूहिक नवाचार (Innovation)किए, इसके चलते सालाना 60,000 टन की क्षमता वाले इस कारखाने का सालाना उत्पादन दुगुना हो गया.

उसी दौर में फ्यंगयांग के सिल्क मिल की एक महिला मजदूर ने खराब कौशल वाली अपनी दूसरी साथी महिला मजदूर साथियों की नि:स्वार्थ भाव से मदद की. यही नहीं अपने काम में पिछड़ रहे अन्य साथियों के कौशल को निखारने के लिए उसने तीन बार  अपनी टीम बदली. वहीं तथाकथित आदर्श लिबरल डेमोक्रेसी में तो आपका हरेक सहकर्मी आपका प्रतिद्वंद्वी होता है.

जनवादी कोरिया में एक सुंदर और महान जीवन उसे माना जाता है जो समाज और सामूहिकता को समर्पित है और लोगों को ऐसा जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है. उसी दौर से ही वहाँ  लोगों के बीच एक नारा चला आ रहा है और वह है “एक सबके लिए और सब एक के लिए!( One for all, All for one!, 하나는 전체를 위하여,전체는 하나를 위하여!)”

जनवादी कोरिया की सत्तारूढ़  वर्कर्स पार्टी ने समाजवाद के निर्माण में एक महत्वपूर्ण लक्ष्य के रूप में मनुष्य, प्रकृति और समाज के परिवर्तन को निर्धारित किया. यह पार्टी की एक सुसंगत नीति है कि जो पिछड़ जाते हैं , उन्हें शिक्षित करें, सभी लोगों को सौहार्दपूर्ण ढंग से रहने दें और देश की समृद्धि के लिए खुद को समर्पित करने वाले देशभक्त बनें.इस नीति को हकीकत में तब्दील किया गया है, जिसकी कई मिसालें  हैं. एक अविवाहित युवती कई अनाथ बच्चों की देखभाल कर रही है और कई युवा लोगों ने स्वेच्छा से अपने घरों से दूर कठिन और चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में काम किया है.इस तरह के कारनामे तब देखने को मिले जब देश में कोविड फैलने के बाद उच्चतम स्तर की आपातकालीन महामारी विरोधी व्यवस्था यानि सख्त लाॅकडाउन लगाया गया.कई डॉक्टरों और नर्सों ने अपने बीमार बच्चों और पतियों से पहले अपने इलाके के रोगियों का दौरा किया. सरकारी मदद के अलावा भी कई कारखानों के मजदूरों और अधिकारियों ने घातक बीमारी से पीड़ित लोगों को दवाइयां और खाद्य सामग्री भेजने के लिए दिन-रात काम किया. कुछ लोगों ने छात्रावासों,  अनाथालयों और बाल गृहों में रहने वालों के लिए आवश्यक सामान तैयार किए .कुछ अन्य लोगों ने निःस्वार्थ रूप से अपने अनाज, सहायक खाद्य पदार्थों और दैनिक आवश्यकताओं की चीजों को परिवारों और पड़ोसियों के साथ साझा किया. पूंजीवादी समाज में इसकी कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती है जिसमें हर कोई अपने अलावा किसी की परवाह नहीं करता.

वह समाज जिसमें कोई भी अलग थलग नहीं पड़ता और सभी लोग दूसरों के प्रति लिए स्नेह और प्रेम के साथ रहते हैं- यह कोरियाई शैली का समाजवादी समाज है, जिसे पश्चिमी मीडिया "मानवाधिकार की बंजर भूमि" और "नरक" के रूप में वर्णित करता है.

वैसे लोग जो सही जानकारी के अभाव में जनवादी कोरिया को नरक सरीखा समझते हैं अगर उन्हें मौका मिले (जो कि कोशिश करने पर हो भी जाएगा) और उस देश के लिए अपने सारे दिमागी कचरे को ठिकाने लगाने के लिए तैयार हों तो जनवादी कोरिया जाकर कुछ समय वहाँ बिताऐं , मुहब्बत से भरे एक बेहतर इंसान बनकर ही लौटेंगे .

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