काॅमरेड किम जंग उन का ओजस्वी भाषण
विगत 27 जुलाई 2022 को जनवादी कोरिया (उत्तर कोरिया) में साम्राज्यवादी शक्ति अमेरिका की जीत को पहली बार हार का स्वाद चखाने वाले पितृभूमि मुक्ति युद्ध (जिसे कोरिया युद्ध के के गलत नाम से भी जाना जाता है) की 69 वीं वर्षगांठ के जश्न समारोह के अवसर पर वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया के महासचिव काॅमरेड किम जंग उन ने "पितृभूमि मुक्ति युद्ध के दिग्गज हमारे गणतंत्र की सबसे वीर पीढ़ी हैं " के शीर्षक वाले अपने द्वारा लिखे गए भाषण
की शुरुआत में महान पितृभूमि मुक्ति युद्ध के दौरान शिरकत करने वाले वयोवृद्ध सैनिकों के अच्छे स्वास्थ्य और उनके वीर प्रयासों के लिए धन्यवाद देते हुए यह कहा कि "हमने अपने गणराज्य की गरिमा, सम्मान और संप्रभुता की रक्षा की, हमारे गणराज्य के शांतिपूर्ण विकास के लिए अनूकूल वातावरण की रक्षा की , विश्व वर्चस्व के लिए अमेरिकी महत्वाकांक्षा को जांचा और एक नए विश्व युद्ध को रोककर मानव जाति की शांति की रक्षा की यहाँ हमारे राष्ट्र के इतिहास और युद्धों के विश्व इतिहास में पितृभूमि मुक्ति युद्ध का महान महत्व है".
काॅमरेड किम जंग उन ने बिल्कुल सही फरमाया कि महान पितृभूमि मुक्ति युद्ध में कोरियाई जनता ने अमेरिकी साम्राज्यवाद को हराकर अमेरिकी साम्राज्यवाद को उसके रास्ते में रोक दिया और समाजवादी देशों के खिलाफ तीसरे विश्व युद्ध को भड़काने के लिए अमेरिकी साम्राज्यवादियों की चाल को नाकाम कर दिया.
काॅमरेड किम जंग उन ने जोर देकर कहा कि यह केवल एक ऐतिहासिक जीत के जश्न मनाने की बात नहीं है, बल्कि इस युद्ध के दिग्गजों की प्रतिभा की धरोहर को संजोने के अलावा जनवादी कोरिया के दुश्मनों के खिलाफ संघर्ष में इसे आगे बढ़ाने का सवाल है. काॅमरेड किम जंग उन ने यह भी कहा कि "युद्ध के दौरान प्रदर्शित वीर भावना के बल पर राष्ट्र की रक्षा क्षमता को और मजबूत करना गणतंत्र के राष्ट्रीय हितों की रक्षा और इसके स्वतंत्र विकास के लिए एक मौलिक गारंटी है.
हमारी क्रांति अमेरिका के साथ तीव्र टकराव में रही है, जिसने पितृभूमि मुक्ति युद्ध के बाद से हमारे खिलाफ परमाणु खतरे का स्पष्ट रूप से सहारा लिया . इस ऐतिहासिक माहौल की मांग थी कि हम, सबसे बढ़कर, अपने राज्य की आत्मरक्षा क्षमता को उचित स्तर पर बढ़ाएं, और हमने एक कठिन संघर्ष के माध्यम से इस महत्वपूर्ण ऐतिहासिक कार्य को महसूस किया है".
इस प्रकार पितृभूमि मुक्ति युद्ध में जीत की भावना का मतलब अमेरिकी साम्राज्यवाद से जनवादी कोरिया की रक्षा करने और उसकी राष्ट्रीय रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने का संघर्ष है. काॅमरेड किम जंग उन ने यह भी बताया कि जनवादी कोरिया की राष्ट्रीय रक्षा क्षमताओं को विकसित करने में सफलता अपने आप में पितृभूमि मुक्ति युद्ध के समान ही एक बड़ी जीत है.
काॅमरेड किम जंग उन जनवादी कोरिया के खिलाफ अमेरिकी शत्रुतापूर्ण नीति पर पलटवार करते हुए कहते हैं कि "अमेरिकी साम्राज्यवादी अंतरराष्ट्रीय समझ और राय को तोड़मरोड़कर हमारे देश को "शैतान" बनाने के लिए जुनूनी हैं. यह और कुछ नहीं बल्कि एक पूर्वाग्रही तरीका है . काॅमरेड किम जंग उन एक विश्व शांति के विनाशक के रूप में अमेरिका की अवैध शत्रुतापूर्ण नीति को अवैध करार देते हुए बताते हैं कि "हमें विचारधारा और हथियारों के बल पर अमेरिकी साम्राज्यवादियों का अंत तक सामना करना चाहिए".
दक्षिण कोरिया में नई अति-दक्षिणपंथी कठपुतली शासन की जनवादी कोरिया के प्रति घोर प्रतिक्रियावादी नीतियों और तनावपूर्ण रवैये की तीखी निंदा करते हुए काॅमरेड किम जंग उन ने दक्षिण कोरियाई कठपुतली शासन को इस प्रकार चेतावनी दी "दक्षिण कोरिया का बदमाश प्रशासन और सेना सैन्य रूप से हमारा सामना करने के बारे में ये सोचते हैं कि वे कुछ विशेष सैन्य साधनों और तरीकों का सहारा लेकर हमारे सैन्य बलों के कुछ हिस्सों को बेअसर या नष्ट कर सकते हैं, तो वे घनघोर गलती कर रहे हैं और इस तरह के एक खतरनाक प्रयास को एक शक्तिशाली बल द्वारा तुरंत दंडित किया जाएगा और यून सक यल( दक्षिण कोरिया का कठपुतली राष्ट्रपति) शासन और उसकी सेना का सफाया कर दिया जाएगा।"
दक्षिण कोरियाई प्रतिक्रियावादियों को जनवादी कोरिया को उकसाने की विधिवत चेतावनी देते हुए काॅमरेड किम जंग उन ने अंत में जनवादी कोरिया की रक्षा के लिए संघर्ष की वर्ग प्रकृति पर सही ढंग से जोर देते हुए कहा कि "जब हम पूरी तरह से वर्ग चेतना के साथ अपने पदों और कार्यस्थलों पर नई सफलताएं प्राप्त करते हैं, तो हमेशा इस तथ्य को ध्यान में रखना है कि साम्राज्यवाद विरोधी वर्ग संघर्ष यह न केवल हमारी नियति की बल्कि हमारे देश की भी रक्षा के लिए एक संघर्ष है, यह हमारे निर्माण को गति देगा और शत्रुतापूर्ण ताकतों पर भारी प्रहार करेगा.
यह गौर करने लायक बात है कि काॅमरेड किम जंग उन वर्ग संघर्ष और देश की रक्षा के बीच की कड़ी की पहचान करते हैं.
अमेरिकी साम्राज्यवाद के खिलाफ जनवादी कोरिया का संघर्ष जिंदाबाद!!!
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