जनवादी कोरिया में कोविड


2 साल 4 महीने बाद जनवादी कोरिया में मिला कोविड का मामला.


इस खबर के आते ही तथाकथित मुख्यधारा की कारपोरेटी टुकड़खोर मीडिया पूरी दुनिया में हुंआ हुंआ करने लगी है. 

12 मई 2022 को जनवादी कोरिया की कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी की खबर के मुताबिक वर्कर्स पाटी की 8 वीं सेंट्रल कमिटी की 8 वीं पोलित  ब्यूरो की बैठक हुई जिसमें कहा गया 
देश में  एक सबसे गंभीर आपातकालीन मामला  आया है . हमारी आपातकालीन महामारी रोकथाम मोर्चे पर एक ब्रेक लगा है जिसने फरवरी, 2020 से दो साल तीन महीने तक(हमारा महामारी से) मजबूती से बचाव किया . राज्य आपातकालीन महामारी रोकथाम कमान और संबंधित इकाइयों ने 8 मई को राजधानी फ्यंगयांग में एक संगठन से संबंधित बुखार के लक्षण वाले व्यक्तियों के नमूनों के गहन जीनोम विश्लेषण के  पश्चात  यह निष्कर्ष निकाला कि ये नमूना  ओमिक्रोन बीए.2 वेरिएंट के साथ मेल खाता है जो कि हाल ही में दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है' .

 जनवादी कोरिया ने कोविड 19 के  वायरस को और फैलने से रोकने के लिए  अधिकतम आपातकालीन महामारी रोकथाम प्रणाली का आदेश दिया है जिसमें एक लॉकडाउन और कठोर कीटाणुशोधन(Disinfection) भी शामिल है.

नि:संदेह जनवादी  कोरिया ने स्थिति से निपटने में तेजी दिखाई है. इसके विपरीत कुछ देशों (तथाकथित विकसित) ने तो कोविड-19 विरोधी उपाय करने का निर्णय लेने में 6 सप्ताह तक का समय लगा दिया .निश्चित रूप से इस बात की पूरी आंतरिक जांच होगी कि यह बीमारी जनवादी कोरिया में कैसे प्रवेश कर गई. कई संभावनाएं हैं जैसे कि चीन से या दक्षिण कोरिया से जनवादी कोरिया में  आई  धूल  में भी कोविड के वायरस की मौजूदगी हो सकती है.इस बात की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है कि शत्रुतापूर्ण ताकतों और उनके एजेंटों द्वारा जानबूझकर बीमारी फैलाई गई है.  ऐसा प्रयास मार्च 2020 में भी किया जा चुका है जब जनवादी कोरिया से  दक्षिण कोरिया में भागे हुए कुछ इंसानी कचरों के एक समूह ने दक्षिण कोरिया के फासीवादी ताकतों से मिलकर जनवादी कोरिया में कोविड महामारी फैलाने की योजना बनाई थी. ये इंसानी कचरे अपनी इस खतरनाक और घिनौनी योजना के बारे में खुल्लमखुल्ला अपने आनलाईन ग्रुप में बात कर रहे थे. इन लोगों की कोविड संक्रमित लोगों के थूक और बलगम को ऊंचे दाम पर भी खरीदने की योजना थी. इन इंसानी कचरों  ने तो सीमावर्ती क्षेत्र से बैलून में एक डालर का वायरस संक्रमित नोट डालकर  जनवादी कोरिया तक पहुँचाने की कोशिश भी की थी पर एक बैलून हवा की दिशा बदलने के कारण उल्टे दक्षिण कोरिया के कोविड से सबसे ज्यादा प्रभावित दक्षिण पूर्व क्षेत्र में ही जा गिरा था .यही नहीं इन इंसानी कचरों ने चीन की जनवादी कोरिया के साथ लगती सीमा पर बहती नदी में प्लास्टिक की बोतल में भी एक डालर का वायरस संक्रमित नोट डालकर जनवादी कोरिया की ओर बहाया था. मार्च 2022 के दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति चुनाव में तथाकथित लिबरल उम्मीदवार की हार और कट्टर दक्षिणपंथी उम्मीदवार की जीत से ऐसे इंसानी कचरों का हौसला और भी बुलंद हो गया. मई के पहले सप्ताह में दक्षिण कोरिया की मीडिया और अमेरिका के कुख्यात CIA द्वारा वित्तपोषित NK News ने जनवादी कोरिया में संभावित लाकडाउन की खबर चलाई थी और लीजिए एक सप्ताह बाद जनवादी कोरिया में सचमुच लाकडाउन की घोषणा हो गई. इसके अलावा 28 अप्रैल 2022 को जनवादी कोरिया से भागे एक नफरती भगोड़े कार्यकर्ता ने कहा कि उसने जनवादी कोरिया में बैलून के द्वारा पर्चे भेजे हैं.



 क्या  ये सारी बातें पहले भी प्रयास कर चुके दक्षिण कोरिया की फासीवादी नफरती ताकतों द्वारा जनवादी कोरिया में कोविड महामारी फैलाने के षड्यंत्र की ओर इशारा नहीं करती है?

 
हमें यकीन है कि जनवादी कोरिया जल्द ही स्थिति में सुधार करेगा और चीजें सामान्य हो जाएंगी.

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

अमेरिकी साम्राज्यवाद पर जीत के गौरवपूर्ण 70 साल

अमेरिकी साम्राज्यवाद पर जीत

असहमति का अधिकार