जनवादी कोरिया के ड्राइवर दंपत्ति और उनका आलीशान आशियाना
एक आलीशान घर के मालिक ड्राइवर दंपत्ति
जनवादी कोरिया की समाजवादी व्यवस्था में अभूतपूर्व योगदान देने वाले आम मजदूरों और किसानों के लिए जनवादी कोरिया की वर्कर्स पार्टी की जनवरी 2021 में पार्टी की आठवीं कांग्रेस में राजधानी फ्यंगयांग के बोथोंग नदी के किनारे एक आलीशान आवासीय क्षेत्र बनाने का निर्णय लिया गया जिसके तहत कुल 800 आलीशान घरों वाला एक शानदार टाउनशिप एक साल के भीतर बनकर तैयार हो गया और 13 अप्रैल 2022 को इसका उद्घाटन कर लोगों का गृहप्रवेश कराया गया. ऐसे घरों के मालिक सरकारी उच्चाधिकारी, मंत्री, सासंद, विधायक या बड़े धनपशु नहीं बल्कि साधारण मजदूर हैं.
चीन में रहने वाले जनवादी कोरिया के नागरिक द्वारा चीन के लोगों जनवादी कोरिया की असल सच्चाई बताने वाले इस यूट्यूब वीडियो चैनल ( यूट्यूब का कोई भरोसा नहीं कि कब इस चैनल को बंद कर दे क्योंकि यूट्यूब आखिर जनवादी कोरिया के खिलाफ अमेरिकी साम्राज्यवाद के सूचना युद्ध (Information War) का ही अंग है और यूट्यूब पहले भी जनवादी कोरिया की असल हकीकत बयान करने वाले चैनलों को बंद कर चुका है. इसलिए इस वीडियो को डाउनलोड कर लिया गया है) में एक ड्राइवर दंपत्ति को दिखलाया गया है. जिन्हें इस शानदार आवासीय इलाके में सारी सुविधाओं से युक्त एक आलीशान घर मुफ्त में दिया गया है.
काॅमरेड ह म्यंग गुम एक महिला ड्राइवर हैं जो पिछले 36 साल से राजधानी फ्यंगयांग में कुशलतापूर्वक 181 नंबर रूट की ट्राली बस चला रही हैं. पूरे दिन एक बड़ी और भारी ट्राली बस चलाना कोई मजाक नहीं है. काॅमरेड ह जैसे योग्य ड्राइवर ही फ्यंगयांग की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को आरामदायक और सुरक्षित बनाते हैं उनके पति भी उनके सहकर्मी ट्राली बस ड्राइवर हैं. काॅमरेड ह का कहना है कि हमारे जैसे साधारण मजदूर का एक आलीशान घर का मालिक होना अकल्पनीय है एक सपना है जब हमें अभी भी यह एक सपने जैसा लग रहा है तो दुनिया के लोग क्या ही इस बात को सच मानकर भरोसा करेंगे. साथ ही साधारण मजदूरों का ये नया आवासीय इलाका उसी जगह पर बना है जहाँ देश के राष्ट्रपति काॅमरेड किम इल संग एक वक्त तक वहाँ रहे थे.
क्या दुनिया के तथाकथित "सबसे पुराने" और "सबसे बड़े" लोकतंत्र में व्हाइट हाउस और राष्टृपति भवन में या उसकी जगह पर आम मजदूरों के लिए शानदार आशियाना बनाया जा सकता है? या इसकी कल्पना भी करना संभव है?
जनवादी कोरिया के बारे में पश्चिमी साम्राज्यवाद और उसकी नाजायज पैदाइश दक्षिण कोरिया द्वारा दशकों से दिन रात इतना झूठ फैलाया गया है कि गोयबल्स को भी शर्म आ जाए. जनवादी कोरिया किसी भी बड़ी ताकत पर निर्भर रहे बिना स्वतंत्र, आत्मनिर्भर और समाजवादी तरीके से चलना चाहता है यही उसका दोष है. इसलिए पश्चिमी साम्राज्यवाद और दुनिया के तमाम संशोधनवादियों, अवसरवादियों और उदारवादियों को जरा सा भी गवारा नहीं होगा कि दुनिया के लोग जनवादी कोरिया की असल सच्चाई जानें. जनवादी कोरिया की हरेक अच्छी चीज को ऐसी ताकतें जनमानस के बीच "बेतुके और झूठे प्रोपेगेंडा" का रंग देने में सफल रही हैं. आप किसी भी अच्छी किताबों की दुकान या लाईब्रेरी चले जाइए जनवादी कोरिया पर लिखी ढंग की किताबे या शोधपत्र नहीं मिलेंगे. दुनिया के जिन मशहूर विश्वविद्यालयों में कोरिया के बारे में पढ़ाई होती है वो सारी दक्षिण कोरिया के पैसों पर चलती हैं. और वहाँ जनवादी कोरिया की असल सच्चाई अकादमिक रुप से उजागर करना एक गंभीर जुर्म है. मोदी की गोदी मीडिया तो कुछ भी नहीं है इनके सामने.
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