जनवादी कोरिया में फ्रांसीसी संगीत और भारतीय फ़िल्म


ये कैसे संभव है हमें तो दावे के साथ मीडिया और विशेषज्ञों द्वारा ये बताया जाता है कि उत्तर कोरिया में विदेशी संगीत और फिल्मों पर प्रतिबंध है और उसका उल्लंघन करने पर मौत की सजा तक का प्रावधान है तो फिर कैसे उत्तर कोरिया में फ्रांसीसी संगीत बजाया जा रहा है और भारतीय फिल्म खुल्लमखुल्ला दिखाई जा रही है? 

वीडियो में उत्तर कोरिया का सामजीयन बैंड फ्रांस का शास्त्रीय संगीत Carmen Overture बड़े उत्साह से बजा रहा है. 

इसके अलावा उत्तर कोरिया  घूमने गए पर्यटकों ने इस बात की तस्दीक भी की है कि वहाँ की सबसे बड़ी पब्लिक लाइब्रेरी के म्यूजिक सेक्शन में बीटल्स (The  Beatles) जैसे पश्चिमी संगीतकारों के अलावा दुनिया भर का संगीत एल्बम मौजूद है जिसका लुत्फ़  कोई भी आम उत्तर कोरियाई नागरिक उठा सकता है.

सिंगापुर के पत्रकार आरम पान (Aram Pan) का कोरोना के पहले अक्सर उत्तर कोरिया जाना होता था.  फ्यंगयांग शहर के एक इलाके में घूमते हुए एक इमारत जो सिनेमा थिएटर थी उसकी तस्वीर लेते समय उन्हें पता चला कि वहाँ एक भारतीय हिन्दी फिल्म भी दिखाई जा रही है. उनके मुताबिक फिल्म का कोई पोस्टर नहीं लगा रहने से पर्यटकों को इसका पता नहीं चल पाता है . भारतीय फ़िल्म प्लेन हाईजैक के उपर थी शायद ये फिल्म 2016 में आई सोनम कपूर की मुख्य भूमिका वाली  नीरजा होगी. तस्वीर 2018 की है 

आरम पान के मुताबिक उत्तर कोरिया में भारतीय फिल्में खूब देखी जाती हैं. इस बात की तस्दीक तो उत्तर कोरिया में भारत के पूर्व राजदूतों ने भी की है कि वहाँ भारतीय फिल्में काफी लोकप्रिय है इस बात पर तो भारतीय मीडिया को खुश होना चाहिए पर पता ही है भारतीय मीडिया क्या है? न उसे इस बात की जरा सी भी फिक्र है कि उत्तर कोरिया भारत का मित्र देश है उसे तो बस अमेरिका और दक्षिण कोरिया का उत्तर कोरिया विरोधी जहरीला प्रोपेगेंडा ही फैलाना है. उत्तर कोरिया के मसले पर क्या बीबीसी और क्या जी न्यूज सब एक ही हैं.







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