खमदक खदान शहर

 


नए साल 2022 की पूर्व संध्या पर 30 और 31 दिसंबर 2021 को समाजवादी देश उत्तर कोरिया की सरकार ने उत्तर हामग्यंग प्रांत में पहाड़ी घाटी में अवस्थित खमदक खदान क्षेत्र के निवासियों को नए घरों की सौगात दी. खमदक देश का प्रमुख जस्ता(Zinc) उत्पादन क्षेत्र है. यहाँ खदान मजदूरों की बस्ती हुआ करती थी पर अगस्त सितम्बर 2020 में चक्रवाती तूफान माईसाक के कहर से बस्ती पूरी तरह तबाह हो गई. वर्कर्स पार्टी के महासचिव किम जंग उन ने प्रभावित इलाकों का तुरंत दौरा किया और खदान मजदूरों की बस्ती को नए रुप से बसाने के निर्देश दिए और सालभर के अंदर ही इस पहाड़ी घाटी में हजारों परिवारों के लिए विभिन्न प्रकार के आधुनिक फ्लैट तैयार हो गए और एक नया समाजवादी शहर ही बसा दिया गया. एक समारोह में लाभुकों को आवासीय परमिट बांटे गए और लाभुकों ने आवासीय परमिट को हवा में लहराते हुए *वर्कर्स पार्टी जिंदाबाद! " कहते हुए अपनी खुशी का इजहार किया और इसमें से कुछ भावुक भी हो गए. खमदक शहर को बनाने में कोरिया की जन सेना की प्रमुख भूमिका रही और एक जवान ने कहा कि हमनें पास हुए डिजाइन का कड़ाई से पालन करते हुए और  गुणवत्ता का ख्याल रखते हुए  इन घरों को बस एक साधारण ईमारत की तरह नहीं देखते हुए अपने माता पिता भाई  बहनों के लिए घर बनाने जैसा भाव रखा. एक वृद्ध महिला का कहना था कि देश के मुश्किल हालात होते हुए भी काॅमरेड सेक्रेटरी (किम जंग उन) ने हम खदान मजदूरों का ख्याल रखते हुए  जीवनभर रहने के लिए घर दिया बहुत बहुत शुक्रिया. वहीं कुछ लोगों का कहना था कि देश ने हमारे लिए इतना किया अब हम देश के लिए और मेहनत करेंगे.  


लेकिन तथाकथित मुख्यधारा की मीडिया द्वारा यह प्रोपेगेंडा किया जाएगा कि देखो उत्तर कोरिया के लोग खुद कह रहे हैं कि उनके देश की हालत खराब है. वास्तव में उत्तर कोरिया की हालत खराब करने की अमेरिकी साम्राज्यवाद और उसके दुम छल्लों द्वारा पुरजोर कोशिश की गई है. उत्तर कोरिया पर दुनिया के सबसे कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगे हैं और अमेरिका द्वारा युद्ध भड़काने की हरकतें अलग. इस घनघोर विपरीत माहौल में भी उत्तर कोरिया अपने नागरिकों को सुविधाएं प्रदान करने में जरा सा भी पीछे नहीं हटा है. उत्तर कोरिया की स्थापना से ही  वहां के सभी लोगों को  मुफ्त पढ़ाई, दवाई और आवास की सुविधा है और 1974 से तो वहाँ  की सरकार ने अपने लोगों से किसी भी तरह का टैक्स लेना ही बंद कर दिया. वहाँ की पूरी उत्पादन प्रक्रिया सरकार के नियंत्रण में है, उत्पादन से जो भी धन पैदा होता है वो सब कुछ जनता पर ही खर्च होता है.  उत्तर कोरिया की वर्कर्स पार्टी जनवरी 2021 में अपनी आठवीं कांग्रेस में इस नतीजे पर पहुंची कि अब देश की जन अर्थव्यवस्था (인민경제 People's Economy , वहाँ अर्थव्यवस्था के लिए यही शब्द इस्तेमाल होता है) इस स्तर पर पहुँच चुकी है कि ग्रामीण और कस्बाई इलाकों और शहरों के बीच विकास की खाई पाटने के लिए आवश्यक सामग्री और धन मुहैया कराया जा सकता है और देखिए पूरे 2021 में ग्रामीण और कस्बाई इलाकों का पुनर्निर्माण और आधुनिकीकरण होता रहा. जब जनता के लिए काम होना है तो वह किसी भी विपरीत परिस्थितियों में भी होगा. यह बात सही है कि कुछ वक्त तक उतर कोरिया के ज्यादातर संसाधन अमेरिका से आत्मरक्षा के लिए परमाणु हथियारों और मिसाईलों में लग रहे थे जिससे ग्रामीण और कस्बाई इलाके पिछड़ गए थे पर अब ऐसा बिल्कुल नहीं है.


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