जनवादी कोरिया के टीवी चैनल में भारत की खबर


 
 
ये 6 अप्रैल 2021 की रोजाना शाम 8 बजे प्रसारित होने वाली उत्तर कोरिया की कोरिया सेंट्रल टेलीविजन के समाचार बुलेटिन की एक हिस्से की वीडियो क्लिप है. इसमें भारत में कोरोना के फिर से बढ़ रहे मामलों की खबर दिखाई गई है. चूंकि मुझे कोरियाई भाषा आती है तो मैं बता देता हूँ कि न्यूज़ एंकर क्या बोल रहा है

"आज पूरे विश्व में कोरोना के प्रसार की स्थिति ये रही.
भारत में कोरोना के प्रसार के बाद से एक दिन में सबसे ज्यादा मामलों का रिकॉर्ड बना. 5 अप्रैल को एक दिन में लगभग 1 लाख 3 हजार मामले आए, ये देश में सबसे ज्यादा एकदिनी मामले हैं. और देश में महामारी के प्रसार के बाद से पहली बार 1 लाख पार कर गए.  
केवल महाराष्ट्र राज्य में 5 अप्रैल को लगभग 57 हजार मामले सामने आए. भारत में फरवरी की शुरुआत में रोजाना लगभग 10 हजार मामले आने लग गए थे लेकिन फरवरी के अंत से मामले फिर से बढ़ने लगे और इनमें 10 गुने से ज्यादा का इजाफा हो गया. देश के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की नजर में देश में कोरोना मामले की तेज बढ़ोतरी का कारण महाराष्ट्र राज्य में मिले नए किस्म के वायरस से हुआ प्रसार है साथ ही भीड़ भाड़ वाली सार्वजनिक जगहों पर लोगों द्वारा सामाजिक दूरी की उपेक्षा और मास्क नहीं लगाने की लगातार बढ़ती प्रवृत्ति भी इसका कारण है ".

इससे अमेरिकी साम्राज्यवाद की मदद से ये दक्षिण कोरियाई झूठ खुद ब खुद खारिज हो जाता है कि उत्तर कोरिया के समाचारों में दुनिया की खबर नहीं दिखाई जाती.याद रखिये अमेरिकी साम्राज्यवाद की मदद से दक्षिण कोरिया उत्तर कोरिया के खिलाफ हर तरह के झूठ और दुष्प्रचार की दुनिया में सबसे बड़ी फैक्ट्री है.

भारत की ये खबर इस बात का भी उदाहरण है कि उत्तर कोरिया की मीडिया में बिना किसी लाग लपेट बिना मिर्च मसाले के सच्ची खबर दिखाई जाती है और वहाँ का समाजवादी मीडिया अपने दर्शकों के लिए शिक्षक का भी काम करता है. मैं कुछ महीनों से उत्तर कोरियाई मीडिया और प्रकाशन में जितना देख पाया हूँ, उससे पता चला है कि उत्तर कोरिया की जनता को अपने मीडिया और शिक्षा के द्वारा दुनिया के अन्य देशों के अलावा भारत के बारे में बहुत अच्छे ढंग से पता है . उत्तर कोरिया की जनता के पास तो भारत के बारे में सही सूचना है और आपके पास उत्तर कोरिया के बारे में कैसी सूचना है? आप तो उत्तर कोरिया के बारे में दक्षिण कोरियाई झूठ को और भी मिर्च मसाला लगाकर परोसने वाले कारपोरेट की गोद में खेलने वाले मीडिया और तथाकथित बुद्धिजीवीयों  के द्वारा वही बनते आए थे, बन रहे हैं और बनते रहेंगे जो योगी आदित्यनाथ ने चंद रोज पहले किसी पत्रकार को कहा था.






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