अद्भुत! अभूतपूर्व! अविश्वसनीय!

 19 जनवरी 2018 का लेख

लगता है उत्तर कोरिया ने सालों पहले विज्ञान की सबसे अद्भुत ,अभूतपूर्व, अविश्वसनीय तकनीक खोज निकाली है जिससे कि मुर्दों को जिन्दा किया जा सके या फिर तथाकथित भगवान, अल्लाह और  गॉड की केवल नास्तिक उत्तर कोरिया पर ही मेहरबानी है.


29 अगस्त 2013 को दक्षिण कोरिया के सबसे बड़े अखबार ”चोसन इल्बो” के हवाले से यह खबर आई कि उत्तर कोरिया की गायिका ह्यून सोंग वोल और उसके 10 साथी कलाकारों को अनुचित (पोर्न) वीडियो बनाने के जुर्म में उत्तर कोरिया के नेतृत्व द्वारा लोगों के बीच उनके परिवार के सामने गोलियों से भून डाला गया. इस खबर को दक्षिण कोरिया के अन्य मीडिया और अंतर्राष्ट्रीय मीडिया ने भी प्रमुखता दी. यह भी कहा गया कि ह्यून के उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ भी सम्बन्ध थे . दक्षिण कोरिया के राष्ट्रीय गुप्तचर एजेंसी (National Intelligence Service) ने भी दक्षिण कोरिया की संसद में चोसन इल्बो की इस खबर को सही बताया.


लेकिन ये क्या! मई 2014 में आयोजित उत्तर कोरिया के कलाकारों के महासम्मेलन के दौरान गोलियों से भून डाली गई ह्यून मुर्दों को जिन्दा बनाने वाली तकनीक या तथाकथित भगवान, अल्लाह और गॉड द्वारा वापस जिन्दा कर दी गई और उस महासम्मेलन में शामिल हुई, यही नहीं ह्यून पिछले 15 जनवरी 2017 को उत्तर-दक्षिण कोरिया के बीच हुई एक बैठक में उत्तर कोरिया के प्रतिनिधिमंडल का भी हिस्सा थी.

खबर के लिंक


https://en.wikipedia.org/wiki/Hyon_Song-wol


http://english.yonhapnews.co.kr/national/2015/12/11/94/0301000000AEN20151211003800315F.html


http://www.news.com.au/entertainment/music/north-korean-pop-icon-hyon-songwol-leads-diplomatic-delegation-to-south-korea/news-story/d7e27d46ae10397ff69a01b80258d986


यही नहीं उत्तर कोरिया द्वारा मारे गए दूसरे लोग भी जिन्दा होकर फिर वापस आ गए.


या तो ये मान लीजिये कि उत्तर कोरिया के पास मरे हुए लोगों को जिंदा करने की तकनीक है 

या तथाकथित भगवान, अल्लाह और  गॉड की केवल नास्तिक उत्तर कोरिया पर ही मेहरबानी है.


नहीं तो उत्तर कोरिया के बारे में ऐसी खबरें फ़ैलाने वाले अमेरिकी उपनिवेश दक्षिण कोरिया और उसके मालिक अमेरिका और चमचे और उनका जूठन फैलाने वाले भारतीय मीडिया की खबरें झूठी, बकवास या पूरी तरह से फेक न्यूज़ है.


और संयुक्त राष्ट्र का क्या वह तो दक्षिण कोरियाई जूठन पर पलने वाले कई उत्तर कोरियाई भगोड़ों की बात की बिना जाँच पड़ताल किये उनके झूठ को सच मान कर हवा हवाई रिपोर्ट तैयार करता है 

https://www.theguardian.com/world/2015/oct/13/why-do-north-korean-defector-testimonies-so-often-fall-apart



उत्तर कोरिया के बारे में सही खबरें अमेरिकी साम्राज्यवाद की गोदी मीडिया द्वारा कभी भी नहीं आने वालीं है.


समझने वाले समझ लें , बाकी थेथरई करने वालों का तो कोई इलाज नहीं है.

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