दक्षिण कोरिया की नजर में जनवादी कोरिया की चौथी औद्योगिक क्रांति

 आजकल कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) , थ्रीडी प्रिंटिंग (3D Printing) जैसे शब्द आप में से कईयों ने सुने होंगे, इन्हें चौथी औद्योगिक क्रांति की तकनीक भी कहा जाता है तो जनवादी कोरिया (उत्तर कोरिया) में चौथी औद्योगिक क्रांति की इन तकनीकों पर कैसा काम हो रहा है? क्या कहा उत्तर कोरिया में चौथी औद्योगिक क्रांति??? ये कैसे संभव है? जनवादी कोरिया का मीडिया अगर इसकी बात करे तो वो कईयों को झूठा प्रोपेगेंडा ही लगेगा क्योंकि लोगों की मानसिकता ही ऐसी बना दी गई है. मगर जनवादी कोरिया यानि उत्तर कोरिया के खिलाफ तमाम झूठ और जहरीले प्रोपेगेंडा की दुनिया में सबसे बड़ी फैक्ट्री दक्षिण कोरिया और वहाँ का दैनिक जागरण सरीखा अखबार जब जनवादी कोरिया की चौथी औद्योगिक क्रांति के बारे में बोले तब?  नहीं तो दक्षिण कोरिया की मीडिया के माध्यम से उत्तर कोरिया के बारे में जानना वैसा ही है जैसे किसी संघी से समानता, भाईचारा , सद्भाव, धर्मनिरपेक्षता इत्यादि को जानना.  

फासीवादी दक्षिण कोरिया में तमाम अवरोधों के बावजूद कुछ गिने चुने प्रगतिशील कहे जाने वाले कुछ संगठन और कुछ निजी कंपनियों के रिसर्च सेंटर है जो जनवादी कोरिया को उसकी असलियत के अनुसार (तारीफ नहीं करते, पर जनवादी कोरिया की असलियत ही ऐसी है कि  कई बार न चाहते हुए भी तारीफ हो ही जाती है) जानने समझने की कोशिश करते हैं. ऐसे ही किसी एक दक्षिण कोरियाई प्रगतिशील संगठन ने   एक दक्षिण कोरियाई  निजी बैंक के एक रिसर्च सेंटर के प्रमुख से  छो बोंग ह्य्न से जनवादी कोरिया की चौथी औद्योगिक क्रांति के बारे में उनके विचार जाने . 

जनवादी कोरिया में वैसे चौथी औद्योगिक क्रांति शब्द की जगह नई सदी की औद्योगिक क्रांति शब्द 2011 से इस्तेमाल किया जाता है.

काॅमरेड किम जंग उन के दौर में जनवादी कोरिया की विज्ञान और प्रौद्योगिकी नीति को तीन व्यापक श्रेणियों में संक्षेपित किया जा सकता है, पहला विज्ञान और प्रौद्योगिकी की व्यावहारिकता पर जोर देना है. जनवादी कोरिया में सक्रिय रूप से विभिन्न प्रदर्शनियों और विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रसार कक्षों की स्थापना  की जा रही है.  

दूसरा, जनवादी कोरिया में वैज्ञानिक और इंजीनियर बनाने के लिए भारी निवेश किया जा रहा है. साथ ही अनुसंधान गतिविधियों और वैज्ञानिकों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए विभिन्न  नीतियां तैयार की गईं.

तीसरा सभी उद्योगों में CNC जैसी अत्याधुनिक तकनीक( Computer Numeric Control ,  कंप्यूटर द्वारा मशीन के संचालन को स्वचालित रूप से नियंत्रित करने की तकनीक) का व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है.

जनवादी कोरिया की CNC तकनीक के बारे में दक्षिण कोरिया के दैनिक जागरण सरीखा अखबार चुंगआंग इल्बो की 2017 की एक खबर के अनुसार 

जनवादी कोरिया में CNC रणनीति  1995 में  तत्कालीन नेता काॅमरेड  किम जंग इल के निर्देशानुसार सबसे पहले सैन्य वस्तुओं के उत्पादन में अपनाई गई थी. साल 2000 तक 10,000 CNC मशीनें वितरित की गईं और इसका नतीजा भी सैन्य क्षेत्र में दिखने लगा. 2000 के दशक में जनवादी कोरिया के परमाणु और अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल (ICBM) इसी CNC नीति की सफलता का नतीजा थे. सैन्य क्षेत्र में CNC तकनीक की सफलता को 2009 से नागरिक क्षेत्र में भी दुहराने की कोशिश शुरू की गई और 2013 में राजधानी फ्यंगयांग में पहले मानवरहित कारखाने की शुरुआत हुई. 2016 में मानवरहित प्रबंधन प्रणाली से  लैस एक मशरूम कारखाना बनाया गया. इसी अखबार के मुताबिक जनवादी कोरिया में मानवरहित कारखाने की तकनीक का स्तर काफी आगे हो चुका है.

इस वीडियो में 

छो का कहना है कि जहाँ तक जनवादी कोरिया की कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) तकनीक की बात है तो जनवादी कोरिया ने  अतीत में 'उनब्यल(은별)' नामक एक बादुक(पूर्वी एशियाई शतरंज)  प्रोग्राम बनाया था जो कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक पर शोध  था. वहाँ आवाज पहचान, अक्षर पहचान, प्रक्रिया दक्षता और खेल जैसे विभिन्न क्षेत्रों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक लागू की जा रही है 

कृत्रिम बुद्धिमत्ता तकनीक का एक मुख्य उदाहरण 'रयोंगनामसान 5.1 (룡남산 5.1)' है.  रयोंगनामसान 5.1 किम इल संग विश्वविद्यालय द्वारा विकसित किया गया एक शब्दावली आवाज पहचान उपकरण है. यह वाक् पहचान(Speech Recognition) की एक ऐसी तकनीक है जो  उपयोगकर्ता के  पाठ को शब्दों के रूप में पहचानती है  और इसकी सटीकता 98% है.

जनवादी कोरिया की संवर्धित वास्तविकता (Augmented Reality, AR) तकनीक की बात की जाए तो 2017 में  वहाँ बालू की पट्टी (Sand Board ) पर संवर्धित वास्तविकता तकनीक का उपयोग करके एक सैंडप्ले विकसित किया था.उसी वर्ष, इसी तकनीक के आधार पर, उन्होंने 'शिनबिग्यंग(신비경)' नामक एक शैक्षिक कार्यक्रम भी बनाया, जिसका उपयोग स्मार्टफोन और टैबलेट पीसी पर किया जा सकता है.

इसके अलावा जनवादी कोरिया में अगली पीढ़ी की संचार सुरक्षा तकनीक के रूप में जानी वाली क्वांटम क्रिप्टोग्राफी (Quantum Cryptography) पर शोध लगातार जारी हैं. जनवादी कोरिया का दावा है कि वह  2017 में उन्नत संचार तकनीक विकसित करने में सफल रहा, जो  सैद्धांतिक रूप से वायरटैपिंग और हैकिंग को असंभव बना देता है, और क्वांटम क्रिप्टोग्राफी का उपयोग करके दस्तावेजों और फोटो/ वीडियो डाटा को प्रसारित करने के एक प्रयोग में सफल रहा.सुरक्षा प्रौद्योगिकी उन क्षेत्रों में से एक है जहां जनवादी कोरिया विशेष रूप से उत्कृष्ट है.

जहाँ तक थ्रीडी प्रिंटिंग (3D Printing) तकनीक का सवाल है तो सबसे पहले इसे फ्यंगयांग यांत्रिकी विश्वविद्यालय ( Pyongyang university of mechanical engineering) में पेश किया गया था. 2016 में, किम इल संग विश्वविद्यालय ने एक लेज़र 3D प्रिंटर विकसित किया और अभी जनवादी कोरिया में विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में 3D प्रिंटर का व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जा रहा है.

इसके अलावा जनवादी कोरिया में सूचना संचार प्रौद्योगिकी (ICT) क्षेत्र में भी काफी काम हो रहा है. 2015 में  विश्वव्यापी कंप्यूटर प्रोग्रामिंग प्रतियोगिता, 'कोड शेफ'(Code Chef) में गूगल ने दूसरा स्थान हासिल किया. पहले स्थान पर कौन रहा? जबाब है  जनवादी कोरिया! 

इसके बाद से भी हर साल जनवादी कोरिया के छात्र इस प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते आ रहे हैं . वीडियो में इस बात का जिक्र नहीं है इसी साल 2022 के मार्च, अप्रैल और मई के महीनों में इस प्रतियोगिता में जनवादी कोरिया के क्रमशः 34,28 और 17 छात्रों ने प्रथम स्थान हासिल किया.

इसके अलावा जनवादी कोरिया में उत्कृष्ट प्रतिभा वाले दो लाख( ढाई करोड़ आबादी में से) साॅफ्टवेयर इंजीनियर मौजूद हैं.


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