जनवादी कोरिया जाने वाले अधिकतर पर्यटकों का वर्ग चरित्र
जनवादी कोरिया ने साल 2024 से विदेशी पर्यटकों के लिए कोविड महामारी के बाद 4 साल तक बंद पड़े अपने दरवाजे खोल दिए हैं ( हलांकि मार्च 2025 के पहले हफ्ते से अगले आदेश तक पश्चिमी देशों के पर्यटकों के आने पर रोक लगाई गई है). अब इन्हीं कुछ पर्यटकों द्वारा जनवादी कोरिया के बारे में अफ़वाहें और बदनामी फैलाई जा रही हैं और कुछ यूट्यूब चैनलों द्वारा भी इसे दोहराया जा रहा है.
सबसे पहले इनमें से बहुत से पर्यटक अति-विशेषाधिकार प्राप्त मध्यम वर्गीय पृष्ठभूमि से थे और जनवादी कोरिया के प्रति उनके विचार पहले से ही अच्छे नहीं थे और इस वजह से वे खुले दिमाग से जनवादी कोरिया की यात्रा नहीं कर पाए.
दूसरे, यह भी संभव है कि उनमें से कुछ पश्चिमी खुफिया एजेंसियों के लिए काम कर रहे थे या पश्चिमी खुफिया एजेंसियों या एनके न्यूज़ (NK News) जैसी घोर जनवादी कोरिया विरोधी न्यूज़ पोर्टल के प्रतिनिधियों द्वारा जनवादी कोरिया से लौटने पर उनसे पूछताछ की गई थी.
तीसरे, इन पर्यटकों द्वारा लिखी गई बातों पर एक नज़र डालने से पता चलता है कि जनवादी कोरिया विरोधी पुरानी बातें और घिसे-पिटे शब्द ही दोहराए गए हैं, कुछ भी नया नहीं है। इससे यह भी पता चलता है कि वे जनवादी कोरिया में कथित धारणाओं के साथ गए थे.
पिछले साल कोरियन फ्रेंडशिप एशोसिएशन यूके के चेयरमैन डॉ. डर्मोट हडसन ने जनवादी कोरिया का दौरा किया था और 2019 के बाद से जनवादी कोरिया में आने वाले पहले ब्रिटिश आगंतुक थे, लेकिन तथाकथित मुख्यधारा की मीडिया ने उनका साक्षात्कार नहीं लिया और केवल एक जापानी पत्रकार और बेलारूस की एक महिला पत्रकार को छोड़कर उन्हें अनदेखा कर दिया गया.
जबकि जनवादी कोरिया के बारे में कुछ यूट्यूब चैनल और सोशल मीडिया अकाउंट को सत्ता प्रतिष्ठान और अभिजात वर्ग द्वारा बहुत बढ़ावा दिया जा रहा है, वास्तविक जनवादी कोरिया समर्थक यूट्यूब अकाउंट बंद कर दिए गए हैं. कोरियन फ्रेंडशिप एशोसिएशन यूके के यूट्यूब अकांउट को बिना नोटिस और अपील करने का मौका दिए यूट्यूब ने दो बार डिलीट किया .
इसके अलावा 2023 में कोरियन फ्रेंडशिप एशोसिएशन यूके का ही फेसबुक पेज फेसबुक द्वारा डिलीट कर दिया गया. वे नहीं चाहते कि आप जनवादी कोरिया के बारे में सच्चाई जानें
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