जनवादी कोरिया में 8 मार्च
8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस या अधिक सटीक रूप से अंतर्राष्ट्रीय कामकाजी महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत 1910 में जर्मन समाजवादी क्लारा ज़ेटकिन (जो बाद में कम्युनिस्ट इंटरनेशनल और जर्मनी की कम्युनिस्ट पार्टी की नेता थीं) द्वारा की गई थी.पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा. पूंजीवादी दुनिया के देशों में समारोह मामूली और मौन होंगे.हालाँकि एक देश में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का जश्न बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा और वास्तव में शुरू हो चुका है, वह देश जनवादी कोरिया है.
जनवादी कोरिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, 8 मार्च एक आधिकारिक सार्वजनिक अवकाश है और इसे विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है; सामूहिक बैठकों, विभिन्न कार्यक्रमों और खेलों के द्वारा और महिलाओं को उनके पति और परिवार के सदस्यों और सहकर्मियों द्वारा फूल भेंट करके. जनवादी कोरिया के सारीवन शहर में 8 मार्च होटल नाम का एक होटल है.जनवादी कोरिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के ग्रीटिंग कार्ड भी हैं.
जनवादी कोरिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एक सार्थक उत्सव है क्योंकि वहाँ, महिलाओं की समानता बहुत वास्तविक है. महिलाओं को सेक्स वस्तु या कमतर प्राणी नहीं माना जाता है, बल्कि उन्हें क्रांति के दो पहियों में से एक माना जाता है. कॉमरेड किम इल संग ने कहा था ""अगर समाज को सामान्य रूप से चलाना है तो आधी आबादी वाली महिलाओं को अपनी भूमिका संतोषजनक ढंग से निभानी चाहिए, अगर हमें पूरे समाज में क्रांति लानी है और उसे कामकाजी वर्ग में लाना है तो हमें महिलाओं को भी क्रांतिकारी बनाना होगा और कामकाजी वर्ग में लाना होगा. जिस तरह से एक गाड़ी का सिर्फ़ एक पहिया काम करता है तो वह सुचारू रूप से नहीं चल सकती है, उसी तरह से एक समाज तब तक मज़बूती से विकसित नहीं हो सकता जब तक कि सिर्फ़ पुरुष ही अपने कर्तव्यों का पालन न करें.जब महिलाएं क्रांतिकारी होंगी और क्रांति और निर्माण में सक्रिय रूप से भाग लेंगी, तभी पूरा समाज क्रांतिकारी बन सकता है और कामकाजी वर्ग में आ सकता है".
काॅमरेड किम जंग उन ने भी इस बात पर जोर दिया कि "वर्तमान में व्याप्त प्रतिकूल व्यक्तिपरक और वस्तुपरक स्थितियों में भी, हमारी समाजवाद की शैली निरंतर प्रगति और विकास कर रही है और हमारे राज्य की ताकत दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है, और यह सब हमारी महिलाओं की क्रांति के प्रति वफादारी के बिना अकल्पनीय है, इनमें महिला संघ के सदस्य भी शामिल हैं, जो पार्टी द्वारा बताए गए विजय के मार्ग पर क्रांति के दो पहियों में से एक को आगे बढ़ा रही हैं".
जनवादी कोरिया में महिलाओं को दोहरे और तिहरे उत्पीड़न से मुक्ति मिली है 30 जुलाई 1946 को उत्तर कोरिया की प्रोविजनल पीपुल्स कमेटी ने लैंगिक समानता पर कानून पारित किया जिसने इतिहास में पहली बार महिलाओं को पुरुषों के बराबर अधिकार दिए, महिलाओं को सामंतवाद द्वारा सदियों से चले आ रहे दोहरे और तिहरे उत्पीड़न से मुक्ति दिलाई.इसके कई प्रावधानों में से एक यह भी था कि महिलाओं को समान काम के लिए समान वेतन मिलना चाहिए.यह ब्रिटेन द्वारा समान वेतन कानून को अपनाने से 24 साल पहले की बात है.आज भी पूंजीवादी देशों में वैधानिकीकरण के बावजूद अभी भी एक बड़ा 'लिंग वेतन अंतर' (Gender Pay Gap) बना हुआ है.
बाद में जनवादी कोरिया में महिलाओं के लिए समान अधिकारों को संविधान में शामिल किया गया और साथ ही 2010 में इसे और अधिक वैध बनाया गया.
‘कोरिया लोकतांत्रिक जनवादी गणराज्य के समाजवादी संविधान’ के अनुच्छेद 77 में कहा गया है कि ‘महिलाओं को पुरुषों के समान सामाजिक दर्जा और अधिकार दिए गए हैं.राज्य मातृत्व अवकाश, कई बच्चों वाली माताओं के लिए काम के घंटे कम करने, मातृत्व अस्पतालों, क्रेच और किंडरगार्टन का एक विस्तृत नेटवर्क और अन्य उपायों के माध्यम से माताओं और बच्चों को विशेष सुरक्षा प्रदान करेगा.राज्य महिलाओं को समाज में अपनी पूरी भूमिका निभाने के लिए सभी परिस्थितियाँ प्रदान करेगा.’
पूंजीवादी देशों के विपरीत, जनवादी कोरिया में लैंगिक समानता पर कानून व्यावहारिक और पर्याप्त उपायों द्वारा 100 प्रतिशत समर्थित है. बच्चों की देखभाल निःशुल्क है और कार्यस्थल क्रेच और 24/7 नर्सरी सहित नर्सरी और क्रेच का एक बड़ा नेटवर्क है.पूंजीवादी देशों में नर्सरी बहुत महंगी हैं.जनवादी कोरिया में मातृत्व अवकाश की अवधि 1970 के दशक में 77 दिनों से बढ़कर 1980 के दशक में 150 दिन हो गई और कुछ साल पहले इसे बढ़ाकर 200 दिन से अधिक कर दिया गया, जिसे नियमित और अतिरिक्त छुट्टियों द्वारा पूरा किया जा सकता है.जिन महिलाओं के 3 से अधिक बच्चे हैं, वे 6 घंटे काम कर सकती हैं, लेकिन उन्हें 8 घंटे के काम के लिए भुगतान मिलता है, जो पूंजीवादी समाज में पूरी तरह से अनसुना है!
जनवादी कोरिया में महिलाएँ महत्वपूर्ण और ज़िम्मेदार पदों पर हैं. उनमें से कुछ सुप्रीम पीपुल्स असेंबली और प्रांतीय विधानसभाओं में प्रतिनिधि हैं.जनवादी कोरिया में महिलाओं का निदेशक(Director), उप निदेशक(Vice Director) या प्रबंधक (Director) या प्रधानाध्यापक जैसे पदों पर होना काफी आम बात है.
पूंजीवादी देशों में महिलाओं के साथ बुरा व्यवहार किया जाता है.पूंजीवादी दुनिया का विशाल और जहरीला 'सेक्स उद्योग' महिलाओं को अपमानित करता है. साथ ही महिलाओं को परिवार टूटने का भी सामना करना पड़ता है.बढ़ती कीमतों के कारण उन्हें घर के बजट का बोझ भी उठाना पड़ता है. जनवादी कोरिया में बड़े परिवारों वाली माताओं के लिए विशेष लाभ हैं. हाल के वर्षों में जनवादी कोरिया में 'कम्युनिस्ट मदर ऑनर प्राइज' की शुरुआत की गई और माताओं के राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किए गए. यह पूंजीवादी देशों से बिल्कुल अलग है.
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