असली दुष्ट राष्ट्र

 हाल ही में, नए नवेले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने जनवादी कोरिया को "दुष्ट राज्य" कहने की हिमाकत की! . यह निर्लज्जता और उद्दंडता की पराकाष्ठा है! . जैसा कि सभी जानते हैं कि अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा दुष्ट राज्य है. यहां तक ​​कि उसके अपने आंकड़ों के अनुसार 1991 से 2022 के बीच उसने 251 बार सैन्य हस्तक्षेप किया है! अमेरिका जनवादी कोरिया को एक दुष्ट राज्य कैसे कह सकता है? जैसा कि जनवादी कोरिया के विदेश मंत्रालय की टिप्पणी है. यह कितना बेतुका और अतार्किक है कि दुनिया का सबसे भ्रष्ट राज्य दूसरे देश को दुष्ट राज्य बताता है.

जनवादी कोरिया के विदेश मंत्रालय ने रुबियो की बदनाम टिप्पणियों की सही ढंग से निंदा कर इसे खारिज कर दिया. अमेरिकी विदेश मंत्री की ऐसी हरकत जनवादी कोरिया और इसकी समाजवादी व्यवस्था को बदनाम करने और इसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का एक कुत्सित प्रयास है.


 रुबियो का ऐसा बयान साबित करता है कि जनवादी कोरिया के प्रति अमेरिका की शत्रुता जारी है और इसमें कोई बदलाव नहीं आया है.


जनवादी कोरिया का विदेश मंत्रालय ठीक ही कहता है, "हम अमेरिका के किसी भी उकसावे को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे, जो हमेशा हमारे देश के प्रति शत्रुतापूर्ण रहा है और भविष्य में भी इसके प्रति शत्रुतापूर्ण रहेगा, लेकिन हमेशा की तरह इसके अनुरूप सख्त जवाबी कार्रवाई करेंगे.संयुक्त राज्य अमेरिका वास्तव में सबसे भ्रष्ट राज्य है जहां हत्याएं, अपहरण, बेघरता, बेरोजगारी, गरीबी और भ्रष्टाचार हैं".

 

दुनिया की तमाम प्रगतिशील ताकतों को रुबियो की इस भद्दी और उत्तेजक टिप्पणियों की भी निंदा करनी चाहिएऔर संयुक्त राज्य अमेरिका की शत्रुतापूर्ण नीति के खिलाफ जनवादी कोरिया का और अधिक मजबूती से समर्थन करने का संकल्प लेना चाहिए.

जहाँ एक तरफ अमेरिका इस तरह का उकसावा पूर्ण बयान दे रहा है वहीं दूसरी तरफ वह एक नई मिसाइल रक्षा प्रणाली के साथ आगे आया है जो रीगन युग के "स्टार वार्स" की पुरानी रणनीतिक रक्षा पहल के समान है.अमेरिका की नवीनतम योजना अमेरिका के लिए अन्य देशों पर पूर्वव्यापी (Pre-emptive)परमाणु हमले शुरू करने के लिए स्थितियां बनाना है। यह एक भ्रम है कि नया अमेरिकी प्रशासन अन्य देशों के साथ शांतिपूर्वक रहना चाहता है.दुनिया में कई लोगों को उम्मीद थी कि अमेरिका में प्रशासन बदलने से शांति आएगी और अमेरिका और उसके विरोधियों के बीच समझौते होंगे जिससे तनावपूर्ण स्थिति कम हो जाएगी.हालाँकि इसके बजाय नया अमेरिकी प्रशासन हथियारों की एक नई होड़ पैदा करने पर तुला हुआ प्रतीत होता है.


इस पर जनवादी कोरिया के विदेश मंत्रालय के शांति और निरस्त्रीकरण संस्थान ने ठीक ही कहा है, "मिसाइल रक्षा प्रणाली को आधुनिक बनाने के वर्तमान अमेरिकी प्रशासन के प्रयास का उद्देश्य प्रतिद्वंद्वियों द्वारा जवाबी हमले की चिंता किए बिना उन पर पूर्वव्यापी परमाणु हमले शुरू करने के लिए स्थितियां प्रदान करना और पूरी मानव जाति की एक आम संपत्ति बाहरी अंतरिक्ष को एक युद्ध क्षेत्र में बदलना और इसका सैन्यीकरण करना है और इस प्रकार वैश्विक स्तर पर अमेरिकी सैन्य आधिपत्य का एहसास करना है"


जनवादी कोरिया वर्तमान अमेरिकी प्रशासन पर कोई भ्रम नहीं रख रहा है, बल्कि अपनी आत्म-रक्षात्मक क्षमताओं का निर्माण करके लगातार बढ़ते अमेरिकी खतरे का मुकाबला करेगा.





टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

यूक्रेन में जनवादी कोरिया के सैनिक (?)-2

यूक्रेन में जनवादी कोरिया के सैनिक (?)-1

यूक्रेन में जनवादी कोरिया के सैनिक (?)-3