एक और आपराधिक कृत्य!!

 हाल ही में अमेरिका ने अपने चापलूस देशों को एक साथ इकट्ठा करके जनवादी कोरिया के विरुद्ध प्रतिबंधों पर संयुक्त राष्ट्र के "विशेषज्ञों के पैनल" (Panel of Experts)की जगह लेने के लिए एक "बहुपक्षीय प्रतिबंध निगरानी दल" (Multilateral Sanctions Monitoring Team , MSMT) का गठन किया.

क्योंकि तथाकथित विशेषज्ञों का पैनल रुस के वीटो के कारण निष्क्रिय हो गया था. अमेरिका ने MSMT की "संचालन समिति" की बैठक बुलाई. इसमें अब तक 11 देश शामिल हैं; अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, नीदरलैंड और न्यूजीलैंड, लेकिन अन्य देशों को शामिल करने के लिए इसे और विस्तारित किया जा सकता है. इसका गठन ही जनवादी कोरिया की संप्रभुता और स्वतंत्रता पर एक अक्षम्य हमला है.

जनवादी कोरिया के विदेश मंत्रालय के विदेश नीति कार्यालय के प्रमुख ने MSMT की संचालन समिति की बैठक के गठन की निंदा करते हुए कहा कि "MSMT" का गठन उन राज्यों द्वारा किया गया है जो केवल हानिकारक कार्य कर रहे हैं, अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा में योगदान देना तो दूर, अपने अस्तित्व और उद्देश्य के संदर्भ में एक अवैध, नाजायज और आपराधिक पिशाच समूह के अलावा और कुछ नहीं है."


जनवादी कोरिया ने स्पष्ट किया है कि वह शत्रुतापूर्ण देशों के प्रतिबंधों का दृढ़ता से मुकाबला करेगा, जो उसकी संप्रभुता और कानूनी अधिकारों का उल्लंघन करने वाला कृत्य है. यहाँ तक की इन शत्रु ताकतों को जनवादी कोरिया का युद्धग्रस्त जनतांत्रिक कांगो गणराज्य में डाॅक्टरों का दल भेजना भी गवारा नहीं है.


हालांकि प्रतिबंध जनवादी कोरिया के खिलाफ शत्रुतापूर्ण कृत्य हैं, जनवादी कोरिया उनसे डरता नहीं है और प्रतिबंधों को हटाने के लिए बातचीत में प्रवेश करने का इरादा नहीं रखता है.वास्तव में साम्राज्यवादियों के बड़े पैमाने पर प्रतिबंधों ने जनवादी कोरिया की जीवित रहने और आत्मनिर्भरता के आधार पर अपने देश का निर्माण करने की इच्छा को और भी कठोर बना दिया है.

जनवादी कोरिया गर्व से कहता है कि "अमेरिका के बर्बर प्रतिबंधों ने उसे इस बात को और भी अच्छी तरह से समझा दिया है कि वह किस तरह से जीवित रह सकता है, आत्मनिर्भर हो सकता है और सबसे कठिन बाहरी परिस्थितियों के बावजूद मजबूत हो सकता है. और वे एक निर्णायक कारक बन गए हैं जिसने एक शक्तिशाली ताकत के निर्माण को गति दी है जिसे कोई भी किसी भी चीज़ से पहले अनदेखा नहीं कर सकता है." जूछे विचार से प्रेरित होकर जनवादी किसी भी प्रतिबंध से बच सकता है, उसे दृढ़ता से झेल सकता है.


जनवादी कोरिया के इस जूछे -आधारित आत्मनिर्भर रुख की सराहना की जानी चाहिए और साथ ही अमेरिका और उसके नौकरों की अवैध कार्रवाइयों के खिलाफ अपनी संप्रभुता की रक्षा करने के जनवादी कोरिया के संकल्प का समर्थन किया जाना चाहिए! 

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