आधुनिकतम माध्यमों द्वारा तकनीकी शिक्षा
पश्चिमी मीडिया द्वारा चित्रित तथाकथित" पिछड़े और बदहाल " उत्तर कोरिया में उसके इस चित्रण को धत्ता बताते हुए वहाँ आधुनिकतम तरीके से तकनीकी शिक्षा का आदान प्रदान किया जा रहा है. देश के सभी इलाकों के कारखानों के मजदूर राजधानी प्योंगयांग में स्थित विज्ञान और तकनीकी केंद्र से घरेलू इंट्रानेट के द्वारा केंद्र के होमपेज से तकनीकी जानकारी लेकर अपने कार्यस्थल पर योगदान दे सकते हैं. तकनीकी जानकारी को समय समय पर अपडेट किया जाता है.
वहीं उत्तर कोरिया के MIT या IIT कहे जाने वाले किमछेक तकनीकी विश्वविद्यालय की दूरस्थ (रिमोट) शिक्षा के कंटेंट को और दुरुस्त किया जा रहा है ताकि मजदूर वर्ग की तकनीकी प्रतिभा को निखारा जा सके. विश्वविद्यालय की दूरस्थ शिक्षा प्रणाली का लाभ लेने वाले मजदूरों की संख्या भी बढ़ती जा रही है.बाकी देश में पहले से ही बच्चों की शिक्षा के लिए AI तकनीक युक्त रोबोटों का इस्तेमाल किया जा रहा है. और इन सारी चीजोंं के इस्तेमाल के लिए एक पैसा भी नहीं लगता.
उत्तर कोरिया के बारे में पश्चिमी और दक्षिण कोरियाई मीडिया ने हमेशा लोगों को चमनबहार या चोमू या चिरकुट या भकचोंहर बनाने का ही काम किया है.
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