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साम्राज्यवादी गुट को ध्वस्त करने वाला जनवादी कोरिया

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  अमेरिका एक ऐसा देश है जो अन्य देशों पर आक्रमण और लूटपाट के माध्यम से कायम रहा और समृद्ध हुआ है. अब तक अमेरिका सैकड़ों युद्धों में शामिल रहा है , और केवल 21 वीं सदी में ही उसने 20 से अधिक युद्धों में भाग लिया है. अमेरिका ने हमेशा युद्ध इसलिए छेड़े हैं ताकि उन देशों के प्राकृतिक संसाधनों की लूट कर सके , अमेरिका - समर्थक सरकारें स्थापित कर सके और संबंधित क्षेत्रों पर राजनीतिक व आर्थिक प्रभाव कायम रख सके. इसके अलावा , उसने असमान व्यापार समझौतों , आर्थिक प्रतिबंधों , और अंतरराष्ट्रीय सट्टेबाज़ पूंजी के माध्यम से भी अन्य देशों का शोषण किया है.   मूल रूप से पूँजीवाद स्वभाव से ही लालची और स्वार्थी होता है. इसलिए , अमेरिका के सत्ताधारी वर्ग के बीच भी आपसी टकराव आम बात है. यदि किसी को थोड़ी भी व्यक्तिगत लाभ की संभावना दिखती है , तो वह अपने ही जैसे दूसरे सत्ताधारी को गिराकर उससे लूटने की कोशिश करता है — यह प्रवृत्ति अमेरिका के भीतर भी स...