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अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में जनवादी कोरिया का उम्दा प्रदर्शन

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हाल की अंतरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में जनवादी कोरिया बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. 25 से 30 तारीख तक अम्मान, जॉर्डन में आयोजित 2025 एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में, जनवादी कोरिया ने 4 स्वर्ण , 4 रजत और 5 कांस्य पदक जीते. काॅमरेड हान छंग सोंग ने 57 किलोग्राम वर्ग में पुरुषों की फ्रीस्टाइल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता, और काॅमरेड री से-वूंग ने 60 किलोग्राम वर्ग में पुरुषों की ग्रीको-रोमन स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता. काॅमरेड किम क्वांग जिन ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता में 65 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीता. इसके अलावा, पुरुषों की ग्रीको-रोमन प्रतियोगिता में काॅमरेड रो यू-छल ने 55 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक और काॅमरेड किम छान ने 63 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक और काॅमरेड सोन मान ग्वांग ने 67 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक जीते. महिलाओं की फ्रीस्टाइल प्रतियोगिता में, काॅमरेड छ्वे ह्यो-ग्यंग ने 53 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक और काॅमरेड ओ क्यंग-रयंग ने 55 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक जीता.  काॅमरेड सोन इल-सिम ने 57 किलोग्राम वर्ग में रजत पदक और काॅमरे...

जूछे विचार पर

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  आज यानि 31 मार्च 2025 को कॉमरेड किम जंग इल द्वारा ऐतिहासिक और शास्त्रीय ग्रंथ " जूछे विचार पर (ON THE JUCHE IDEA) " के प्रकाशन के 43 साल पूरे हुए. महान नेता कॉमरेड किम जंग इल के इस कार्य ने जनवादी कोरिया के  महान नेता कॉमरेड किम इल संग द्वारा रचित जूछे विचार को पूरी तरह से व्यवस्थित किया और एक नए उच्च स्तर पर ले गया. काॅमरेड किम इल संग ने कई वर्षों में जूछे विचार को विकसित किया था, इस विकास में महत्वपूर्ण मील के पत्थर "कोरियाई क्रांति का मार्ग", "हठधर्मिता और औपचारिकता को खत्म करने और वैचारिक कार्य में जूछे की स्थापना" और "हमारी पार्टी के जूछे विचार और गणराज्य की सरकार की आंतरिक और बाहरी नीतियों की कुछ समस्याओं पर" कार्य थे. काॅमरेड किम जंग इल ने अपनी इस रचना"जूछे विचार पर" में जूछे विचार को उसकी संपूर्णता में देखा. इस काम में उन्होंने दर्शन और इतिहास लेखन में जूछे विचार के अनुप्रयोग के साथ-साथ व्यावहारिक क्षेत्रों में जुचे आइडिया के अनुप्रयोग की जांच की. इस काम में दर्शन के इतिहास में पहली बार  कॉमरेड किम जंग इल ने मनुष्य की प्रकृत...

जनवादी कोरिया जाने वाले अधिकतर पर्यटकों का वर्ग चरित्र

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  जनवादी कोरिया ने साल 2024 से विदेशी पर्यटकों के लिए कोविड महामारी के बाद 4 साल तक बंद पड़े अपने दरवाजे खोल दिए हैं ( हलांकि मार्च 2025 के पहले हफ्ते से अगले आदेश तक पश्चिमी देशों के पर्यटकों के आने पर रोक लगाई गई है). अब इन्हीं कुछ पर्यटकों द्वारा जनवादी कोरिया के बारे में  अफ़वाहें और बदनामी  फैलाई जा रही हैं और कुछ यूट्यूब चैनलों द्वारा भी इसे दोहराया जा रहा है. सबसे पहले  इनमें से बहुत से पर्यटक अति-विशेषाधिकार प्राप्त मध्यम वर्गीय पृष्ठभूमि से थे और जनवादी कोरिया के प्रति उनके विचार पहले से ही अच्छे नहीं थे और इस वजह से वे खुले दिमाग से जनवादी कोरिया की यात्रा नहीं कर पाए. दूसरे, यह भी संभव है कि उनमें से कुछ पश्चिमी खुफिया एजेंसियों के लिए काम कर रहे थे या पश्चिमी खुफिया एजेंसियों या एनके न्यूज़ (NK News) जैसी घोर जनवादी कोरिया विरोधी न्यूज़ पोर्टल के प्रतिनिधियों द्वारा जनवादी कोरिया से लौटने पर उनसे पूछताछ की गई थी. तीसरे, इन पर्यटकों द्वारा लिखी गई बातों पर एक नज़र डालने से पता चलता है कि जनवादी कोरिया विरोधी पुरानी बातें और घिसे-पिटे शब्द ही दोहराए गए ...

ऑपरेशन फ्रीडम शील्ड मुर्दाबाद!!

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 6 मार्च को अमेरिकी साम्राज्यवादियों और उसकी कठपुतली दक्षिण कोरियाई सेना ने घोषणा की कि 10 मार्च से 21 मार्च तक अमेरिका और दक्षिण कोरियाई सेना जनवादी कोरिया के खिलाफ "फ्रीडम शील्ड 2025" युद्ध अभ्यास करेगी.यह 11 दिनों तक चलेगा. "फ्रीडम शील्ड" एक अमेरिकी साम्राज्यवादियों का सालाना युद्ध अभ्यास है. इन 11 दिनों तक अमेरिका और कठपुतली दक्षिण कोरिया की सेनाऐं स्थल, समुद्र, वायु, अंतरिक्ष और साइबर युद्ध द्वारा जनवादी कोरिया पर हमला और उसपर कब्जा करने का अभ्यास करेंगी. कठपुतली दक्षिण कोरिया के 19,000 सैनिक इसमें भाग लेंगे. अमेरिकी साम्राज्यवादियों ने इस बात का खुलासा करने से इंकार कर दिया है कि उसके कितने सैनिक इसमें भाग लेंगे. जनवादी कोरिया की कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) ने टिप्पणी की "हर मार्च में, कोरियाई प्रायद्वीप के दक्षिणी भाग से निश्चित रूप से एक धूमिल युद्ध की हवा चलती है।" केसीएनए ने यह भी बताया कि "2025 में फ्रीडम शील्ड जल्द ही कोरियाई प्रायद्वीप में बिगड़ती स्थिति का तूफान लाएगी क्योंकि यह अपनी सभी मौजूदा बुराईयों के साथ बार-बार सबसे खरा...

जनवादी कोरिया में 8 मार्च

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 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस या अधिक सटीक रूप से अंतर्राष्ट्रीय कामकाजी महिला दिवस के रूप में मनाया जाता है. अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुरुआत 1910 में जर्मन समाजवादी क्लारा ज़ेटकिन (जो बाद में कम्युनिस्ट इंटरनेशनल और जर्मनी की कम्युनिस्ट पार्टी की नेता थीं) द्वारा की गई थी.पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा. पूंजीवादी दुनिया के देशों में समारोह मामूली और मौन होंगे.हालाँकि एक देश में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस का जश्न बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा और वास्तव में शुरू हो चुका है, वह देश जनवादी कोरिया है. जनवादी कोरिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस, 8 मार्च एक आधिकारिक सार्वजनिक अवकाश है और इसे विभिन्न तरीकों से मनाया जाता है; सामूहिक बैठकों, विभिन्न कार्यक्रमों और खेलों के द्वारा और महिलाओं को उनके पति और परिवार के सदस्यों और सहकर्मियों द्वारा फूल भेंट करके. जनवादी कोरिया के सारीवन शहर में 8 मार्च होटल नाम का एक होटल है.जनवादी कोरिया में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के ग्रीटिंग कार्ड भी हैं.                    ...

युगांतरकारी नीति

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 पूरे मानव इतिहास में, किसी भी देश या क्षेत्र ने इसे अपरिहार्य मान ही लिया है कि राजधानी शहर और प्रांतीय शहरों के साथ-साथ क्षेत्रों के बीच आर्थिक जीवन में मतभेद और असंतुलन मौजूद होना चाहिए. आज भी, इसे एक अपरिहार्य और स्वाभाविक घटना के रूप में मानना ​​आम बात है. लेकिन, जनवादी कोरिया में एक आधुनिक बदलाव हो रहा है और देश के प्रांतीय, कस्बाई और ग्रामीण क्षेत्रों के कायाकल्प के लिए सबसे महत्वपूर्ण राज्य नीति लागू की गई है और इसको लागू करने में स्थिर और ठोस परिणाम प्राप्त हुए हैं - ऐसी योजनाएँ जो इतनी भव्य हैं कि किसी ने कभी पूरा करने की हिम्मत नहीं की, अकेले तैयार करना तो दूर की बात है. यहाँ जनवादी कोरिया की 20x10 नीति की बात की जा रही है जिसका जिक्र15 जनवरी 2024 को जनवादी कोरिया की संसद 14 वीं सुप्रीम पीपल्स एसेम्बली के 10 वें सत्र में किया गया.  20x10 नीति का उद्देश्य मूल रूप से आने वाले 10 सालों (2024 से) में हर साल देश के 20 कस्बों और काउंटियों का चुनाव कर वहाँ नए उद्योगों के साथ साथ नए अस्पताल, विज्ञान और तकनीकी केंद्र, अनाज भंडारण केंद्र के अलावे सांस्कृतिक केंद्रों की स्थाप...

एक और आपराधिक कृत्य!!

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 हाल ही में अमेरिका ने अपने चापलूस देशों को एक साथ इकट्ठा करके जनवादी कोरिया के विरुद्ध प्रतिबंधों पर संयुक्त राष्ट्र के "विशेषज्ञों के पैनल" (Panel of Experts)की जगह लेने के लिए एक "बहुपक्षीय प्रतिबंध निगरानी दल" (Multilateral Sanctions Monitoring Team , MSMT) का गठन किया. क्योंकि तथाकथित विशेषज्ञों का पैनल रुस के वीटो के कारण निष्क्रिय हो गया था. अमेरिका ने MSMT की "संचालन समिति" की बैठक बुलाई. इसमें अब तक 11 देश शामिल हैं; अमेरिका, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, नीदरलैंड और न्यूजीलैंड, लेकिन अन्य देशों को शामिल करने के लिए इसे और विस्तारित किया जा सकता है. इसका गठन ही जनवादी कोरिया की संप्रभुता और स्वतंत्रता पर एक अक्षम्य हमला है. जनवादी कोरिया के विदेश मंत्रालय के विदेश नीति कार्यालय के प्रमुख ने MSMT की संचालन समिति की बैठक के गठन की निंदा करते हुए कहा कि "MSMT" का गठन उन राज्यों द्वारा किया गया है जो केवल हानिकारक कार्य कर रहे हैं, अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा में योगदान देना तो दूर, अपने अस्तित...

यूक्रेन में जनवादी कोरिया के सैनिक(?)-4

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 यूक्रेन में जनवादी कोरिया के सैनिकों की मौजूदगी के मिथक का हुआ पर्दाफाश! तीन महीने के गहन प्रचार के बाद सीआईए ने यूक्रेनी दुष्प्रचार योजना को ख़त्म करने का निर्णय लिया. और घोषणा की कि (उत्तर) जनवादी कोरियाई सैनिकों को 'फ्रंट लाइन से हटा दिया जाएगा'। खैर, सवाल यह है कि (उत्तर) जनवादी कोरियाई लोग सबसे पहले फ्रंट लाइन में कैसे पहुंचे? 14 अक्टूबर 2024 को यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर ज़ेलिंस्की ने यूक्रेन के लिए समर्थन बढ़ाने के लिए डिज़ाइन किया गया एक सूचना-ऑपरेशन शुरू किया.उन्होंने बिना सबूत के आरोप लगाया कि रूस ने (उत्तर)जनवादी कोरिया को युद्ध में शामिल करने की योजना बनाई है. यूक्रेन में अमेरिकी वित्तपोषित मीडिया ने जल्द ही 'यूक्रेन की विशेष सेवाओं के स्रोतों' का हवाला देकर इन अफवाहों को बढ़ावा दिया.अधिक गुमनाम 'स्रोतों' ने आवाज उठाई और जल्द ही (उत्तर) जनवादी कोरिया के 3,000 सैनिकों के लड़ाई में शामिल होने की बात सामने आई.  हालाँकि इस बात का कोई सबूत नहीं था कि ऐसा कुछ भी योजनाबद्ध था, या कभी हुआ था.  जबकि सच्चाई यही है कि रूस में (उत्तर) जनवादी कोरियाई सैन...

असली दुष्ट राष्ट्र

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 हाल ही में, नए नवेले अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने जनवादी कोरिया को "दुष्ट राज्य" कहने की हिमाकत की! . यह निर्लज्जता और उद्दंडता की पराकाष्ठा है! . जैसा कि सभी जानते हैं कि अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा दुष्ट राज्य है. यहां तक ​​कि उसके अपने आंकड़ों के अनुसार 1991 से 2022 के बीच उसने 251 बार सैन्य हस्तक्षेप किया है! अमेरिका जनवादी कोरिया को एक दुष्ट राज्य कैसे कह सकता है? जैसा कि जनवादी कोरिया के विदेश मंत्रालय की टिप्पणी है. यह कितना बेतुका और अतार्किक है कि दुनिया का सबसे भ्रष्ट राज्य दूसरे देश को दुष्ट राज्य बताता है. जनवादी कोरिया के विदेश मंत्रालय ने रुबियो की बदनाम टिप्पणियों की सही ढंग से निंदा कर इसे खारिज कर दिया. अमेरिकी विदेश मंत्री की ऐसी हरकत जनवादी कोरिया और इसकी समाजवादी व्यवस्था को बदनाम करने और इसकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने का एक कुत्सित प्रयास है.  रुबियो का ऐसा बयान साबित करता है कि जनवादी कोरिया के प्रति अमेरिका की शत्रुता जारी है और इसमें कोई बदलाव नहीं आया है. जनवादी कोरिया का विदेश मंत्रालय ठीक ही कहता है, "हम अमेरिका के किसी भी उकसावे क...

जनवादी कोरिया का बजट

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  जनवादी कोरिया में सार्वजनिक खर्चों में कटौती या मितव्ययिता(Austerity) नाम की चीज क्यों नहीं है?  कुछ लोग कहते हैं कि जनवादी कोरिया पूंजीवादी देशों से अलग नहीं है और यहाँ भी सार्वजनिक खर्चों में कटौती या मितव्ययिता होती है. जनवरी 2025 के तीसरे सप्ताह में जनवादी कोरिया की संसद सुप्रीम पीपुल्स असेंबली (जनवादी कोरिया की सर्वोच्च कानून बनाने वाली संस्था) ने अपने 14वें कार्यकाल का 12वां सत्र आयोजित किया. सत्र की अवधि के दौरान 23 जनवरी को जनवादी कोरिया के वित्त मंत्री काॅमरेड री म्यंग गुक ने वर्ष 2024 के बजट के लक्ष्यों की पूर्ति पर रिपोर्ट और वर्ष 2025 का बजट पेश किया. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले वर्ष जनवादी कोरिया के बजटीय राजस्व में 4.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई और राज्य द्वारा खर्च में 3.2 प्रतिशत की वृद्धि हुई . यहां ध्यान देने योग्य दो बातें महत्वपूर्ण हैं, पहला, जनवादी कोरिया में खर्च बढ़ाया जा रहा है और कटौती नहीं की जा रही है, दूसरे, जनवादी कोरिया अपनी 'कमाई' से अधिक खर्च नहीं कर रहा है, और वास्तव में एक छोटे बजटीय अधिशेष(Surplus) के साथ काम कर रहा है! और 2025 में सार्वजनिक खर्...

यूक्रेन में जनवादी कोरिया के सैनिक (?)-3

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जनवादी कोरिया के खिलाफ झूठ बोलने का प्रचार युद्ध जारी है!  कई पश्चिमी पत्रकार, राजनेता और तथाकथित विशेषज्ञ मतिभ्रम की दुनिया में जी रहे हैं, एक ऐसी दुनिया जिसमें डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया की कोरियाई पीपुल्स आर्मी के काल्पनिक सैनिक यूक्रेन में पश्चिमी सभ्यता को खतरे में डाल रहे हैं! . अभी ताजातरीन मामला यह है कि यूक्रेन ने दावा किया है कि उसने रुस के कुर्स्क से जनवादी कोरिया के दो सैनिक जिंदा गिरफ्तार किए हैं. यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर उन सैनिकों की तस्वीरें जारी की हैं.    यूक्रेनी सुरक्षा ब्यूरो ने भी घोषणा की, "क्योंकि कैदी यूक्रेनी, अंग्रेजी या रूसी नहीं बोल सकते हैं, इसलिए हम एक कोरियाई दुभाषिया के माध्यम से जानने की कोशिश कर रहे हैं". सुरक्षा ब्यूरो के अनुसार, एक का जन्म 1999 में हुआ था और वह 2016 से स्काउट स्नाइपर के रूप में सेवा कर रहा है, और दूसरा 2005 में पैदा हुआ था और 2021 से सैनिक सेवा में है. हालाँकि, 1999 में जन्मे इस व्यक्ति के जबड़े में चोट लगी है और वह बोलने में असमर्थ है. ज़ेलेंस्की ने अपने सोशल मीडिया हैंड...

आक्रामक साम्राज्यवाद विरोधी चौकी

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 दिसंबर 2024 के अंत में आयोजित वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की 8वीं सेंट्रल कमिटी की 11 वें प्लेनम के अपने संबोधन में, काॅमरेड किम जंग उन ने स्पष्ट किया कि "अमेरिका सबसे प्रतिक्रियावादी राज्य है जो कम्युनिस्ट विरोध को अपनी अपरिवर्तनीय राज्य नीति मानता है. अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के बीच गठबंधन आक्रामकता के लिए एक परमाणु सैन्य ब्लॉक में विस्तारित हो गया है, और दक्षिण कोरिया अमेरिका का कट्टर कम्युनिस्ट विरोधी चौकी बन गया है." काॅमरेड किम जंग उन ने कहा कि "सबसे कठोर अमेरिका-विरोधी प्रतिकार के लिए रणनीति बनाने की शुरुआत की जानी चाहिए ". पिछले नवंबर में अमेरिकी चुनावों के बाद "राष्ट्रीय रक्षा 2024" प्रदर्शनी में काॅमरेड किम जंग उन ने यह भी कहा कि "हमने संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ द्विपक्षीय वार्ता में पहले से ही हर संभव प्रयास किया था, और अंततः हमें इस चीज के प्रति आश्वस्त हो गए कि महाशक्ति (अमेरिका) की हमारे साथ सह-अस्तित्व की इच्छा नहीं थी, बल्कि उसका दबंग रुख और जनवादी कोरिया के प्रति अपरिवर्तनीय आक्रामक और शत्रुतापूर्ण नीति थी. अमेरिकी राजनीतिज्ञ...

मानव जाति का भविष्य कहाँ है?

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दुनिया की तथाकथित सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था अमेरिका के आवास और शहरी विकास विभाग द्वारा जारी हालिया रिपोर्ट के अनुसार, वहाँ बेघरों की संख्या 18% बढ़ गई, जो जनवरी 2024 में 770,000 के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गई.  रिपोर्ट अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने अमेरिकी समाज की पूरी तस्वीर प्रस्तुत करती है - अमीर लगातार अमीर होते जा रहे हैं और गरीब और गरीब होते जा रहे हैं। वहीं फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी जैसे यूरोपीय देश बेघरों की संख्या, जिनकी संख्या दस लाख से अधिक है, के मामले में अमेरिका के साथ प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं. वहाँ कैच-22 स्थिति (एक दुविधा या कठिन परिस्थिति जिससे परस्पर विरोधी या आश्रित स्थितियों के कारण छुटकारा नहीं मिलता) बनी हुई है जहां किसी को स्थायी निवास के बिना नौकरी नहीं मिल सकती है और कोई बिना वेतन के निवास का खर्च वहन नहीं कर सकता है, जैसा कि कई विदेशी मीडिया ने विस्तार से बताया है. तो फिर क्या कारण है कि पश्चिमी देशों में अपनी सभ्यता, अत्यधिक विकसित अर्थव्यवस्था और विशाल धन-संपदा के बावजूद इतने सारे लोग सड़कों पर भिखारी बनकर रह गए हैं? ऐसा इसलिए है क्योंकि पूंजीवादी व्यवस्थ...