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सितंबर, 2025 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

क्षमादान!

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 जनवादी कोरिया की वर्कर्स पार्टी की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में, जनवादी कोरिया की सुप्रीम पीपुल्स असेंबली के प्रेसीडियम ने सभी कैदियों को रिहा करने का निर्णय लिया है. जेल में कैदियों की संख्या शून्य होगी! जनवादी कोरिया की सुप्रीम पीपुल्स असेंबली की स्थायी समिति ने 26 सितम्बर 2025 को वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की स्थापना की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर क्षमादान देने के लिए आदेश संख्या 2017 जारी किया. यह आदेश 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगा. आदेश में कहा गया है: हमारी महान जनता जिस वर्कर्स पार्टी को स्वर्ग मानती है और जिसका अनुसरण करती है, वह एक सच्ची मातृभावी पार्टी है जिसने जनता के भाग्य और भविष्य की ज़िम्मेदारी ली है और अपनी स्थापना के बाद से पिछले 80 वर्षों में उनकी भलाई के लिए निस्वार्थ और समर्पित प्रयास किए हैं, और यह एक अजेय पार्टी है जिसने जनता के साथ एक अभिन्न अंग का निर्माण किया है. पार्टी और सरकार की यह अटल इच्छा है कि पार्टी में जनता के पूर्ण विश्वास को क्रांति की सबसे बड़ी पूंजी मानकर संजोया जाए और एक समृद्ध और शक्तिशाली देश का निर्माण किया जाए जो एकजुट एकता की शक्ति और जनवा...

झूठ, झूठ और केवल झूठ!-4

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 बीबीसी और संयुक्त राष्ट्र फिर से जनवादी कोरिया के बारे में झूठ बोल रहे हैं! हम सब जानते हैं कि संयुक्त राष्ट्र अमेरिकी साम्राज्यवाद की कठपुतली है! जनवादी कोरिया की आपराधिक संहिता में आतंकवाद, देशद्रोह और कुछ प्रकार की हत्याओं के लिए मौत की सज़ा का प्रावधान है, लेकिन विदेशी फ़िल्में देखने के लिए नहीं! अधिकारियों को कैसे पता चलेगा कि किसी ने विदेशी फ़िल्म देखी है या नहीं? दरअसल, ब्रिटिश ब्रेनवॉशिंग कॉर्पोरेशन और संयुक्त राष्ट्र के कठपुतलियों को पता ही नहीं है कि जनवादी कोरिया इस साल अक्टूबर के अंत में प्योंगयांग अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म महोत्सव आयोजित करने जा रहा है.अंदाज़ा लगाइए कि वे विदेशी फ़िल्में दिखाएँगे! बीबीसी और संयुक्त राष्ट्र कितने झूठे हैं! विदेशी फिल्में वास्तव में जनवादी कोरिया में बेची जाती हैं.

कौन सामान्य है और कौन असामान्य?

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  चीन के विजय दिवस सैन्य परेड में एक ऐतिहासिक दृश्य सामने आया: एशिया की तीन प्रमुख परमाणु शक्तियों—जनवादी कोरिया के स्टेट अफेयर्स कमिटी के अध्यक्ष कॉमरेड किम जंग उन , रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति कॉमरेड शी जिनपिंग एक साथ इकट्ठा हुए. जनवादी कोरिया , चीन और रूस परमाणु-सशस्त्र राष्ट्र हैं. शीत युद्ध की समाप्ति के बाद यह पहली बार है जब तीनों देशों के शीर्ष नेता किसी आधिकारिक कार्यक्रम में एक साथ दिखाई दिए हैं.  यह ऐतिहासिक मुलाकात 66 वर्षों में पहली बार है जब जनवादी कोरियाई राष्ट्रपति कॉमरेड किम इल-संग , चीनी राष्ट्रपति कॉमरेड माओत्से तुंग और सोवियत कम्युनिस्ट पार्टी के सचिव कॉमरेड निकिता ख्रुश्चेव 1 अक्टूबर , 1959 को चीन के राष्ट्रीय दिवस सैन्य परेड के दौरान तियानमेन चौक पर खड़े हुए थे. यह एक नए शीत युद्ध युग की शुरुआत का प्रतीक है. तथाकथित मुख्यधारा का वैश्विक मीडिया अक्सर इस पर रिपोर्टिंग करते हुए इस घटना को इस तरह पेश कर रहा है कि "जनवादी कोरिया एक सामान्य देश बनने की कोशिश कर रहा है" या "एक सामान्य देश होने का दिखावा कर रहा है।" दूसरे शब्दों ...