संदेश

अक्तूबर, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

दक्षिण कोरियाई कठपुतलियों के ड्रोन ऑपरेशन की विफलता और युद्ध का खतरा

चित्र
  16 अक्टूबर, 2024 को, रूसी मीडिया  'रोसिस्काया गज़ेटा' ने फ्यंगयांग में रूसी राजदूत, अलेक्जेंडर मत्सेगोरा के साथ एक साक्षात्कार  करते हुए एक लेख प्रकाशित किया.  साक्षात्कार लेख में, राजदूत मत्ज़ेगोरा ने कहा कि 9 अक्टूबर, 2024 को लगभग 00:30 बजे, रूसी दूतावास के लोग धूम्रपान करने के लिए दूतावास की बालकनी से बाहर गए और उन्होंने एक ड्रोन को "ठीक ऊपर" उड़ते हुए सुना और कहा कि ड्रोन ने "कम से कम" तीन चक्कर लगाए  साथ ही, उन्होंने कहा कि 10 अक्टूबर, 2024 को उन्होंने अपनी आंखों से दक्षिण कोरिया के पर्चे देखे, जो  जनवादी कोरिया के सामाजिक सुरक्षा मंत्रालय के सुरक्षा एजेंटों ने रूसी दूतावास के आसपास एकत्र किए थे. जनवादी कोरिया में रुस के राजदूत मत्ज़ेगोरा के साक्षात्कार लेख से निम्नलिखित बातों का खुलासा होता है 1. कोरिया की वर्कर्स पार्टी की केंद्रीय समिति का मुख्यालय फ्यंगयांग के केंद्रीय जिले में स्थित है, और रूसी दूतावास भी फ्यंगयांग  के केंद्रीय जिले में स्थित है. यह तथ्य कि रूसी दूतावास के लोगों ने "सीधे ऊपर" उड़ रहे एक ड्रोन की आवाज़ सुनी, जनवादी

यूक्रेन में जनवादी कोरिया के सैनिक (?)-1

चित्र
  यूक्रेन में "उत्तर कोरियाई सैनिकों" की मौजूदगी के बारे में तथाकथित मुख्यधारा की मीडिया में काफी अफवाह है. वास्तव में जनवादी कोरिया ने पिछले साल यूक्रेन में सेना और/या सैन्य आपूर्ति भेजने की फर्जी खबरों का खंडन किया था. हाल ही में, रूस ने इस बात से इनकार किया है कि यूक्रेन में जनवादी कोरिया के सैनिक हैं. और तो और अब नाटो ने भी यूक्रेन के उत्तर कोरियाई सैनिकों के दावे को नकार दिया है. खबर तो यह भी थी कि यूक्रेन में जनवादी कोरिया के 10,000 सैनिक तैनात हैं. पर वास्तव में जनवादी कोरिया ने अपने इतिहास में कभी भी देश के बाहर 10,000 सैनिकों को तैनात नहीं किया है.अमेरिकी साम्राज्यवादियों के खिलाफ युद्ध के दौरान जनवादी कोरिया ने  वियतनाम में बहुत कम संख्या में केपीए (कोरियन पीपुल्स आर्मी) सैनिकों और वायु सेना के पायलटों को तैनात किया  था. इसी प्रकार केपीए वायु सेना के पायलटों ने 1973 में मिस्र और सीरिया में लड़ाई लड़ी लेकिन संख्या कम था. जनवादी कोरिया ने लगभग एक दर्जन देशों में कम संख्या में प्रशिक्षकों या विशेषज्ञों को भी तैनात किया लेकिन  यह आंकड़ा कभी 10,000 तक नहीं पहुंचा. जब ज

फासीवादी दक्षिण कोरिया के ड्रोन घुसपैठ पर काॅमरेड किम य जंग का बयान

चित्र
  विगत 11 अक्टूबर को वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की केंद्रीय समिति के उप विभाग निदेशक कॉमरेड किम य जंग ने अपनी के प्रेस वार्ता में जनवादी कोरिया के क्षेत्र में ड्रोन घुसपैठ के लिए दक्षिण कोरियाई कठपुतलियों की निंदा की.  इसके पहले इस संबंध में जनवादी कोरिया के विदेश मंत्रालय की कड़े वक्तव्य से फासीवादी दक्षिण कोरियाई कठपुतलियाँ हैरान हो गईं और उन्होंने ड्रोन घुसपैठ जैसी गहरी उत्तेजक कार्रवाई के लिए यह वक्तव्य देकर अपनी जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की कि जनवादी कोरिया में घुसपैठ करने वाले ड्रोन सैन्य ड्रोन नहीं थे. कॉमरेड किम य जंग ने अपने बयान में दक्षिण कोरियाई कठपुतलियों को उनके झूठ बोलने और टालमटोल से इनकार करने के लिए आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि " अगर दक्षिण कोरिया यह सोचता है कि कि हमारे राज्य की संप्रभुता पर इतना गंभीर उल्लंघन करने के बाद उन्हें दंडित नहीं किया जा सकता है तो ये उनका गलत आकलन है.हालाँकि उनकी सेना ढिठाई से दावा करती है कि उन्होंने ऐसा नहीं किया, और वह अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की चिंता से बच गई. " कॉमरेड किम य जंग ने दक्षिण कोरियाई कठपुतलियों के बयानों का

फासीवादी दक्षिण कोरिया का घोर निंदनीय कृत्य

चित्र
 फासीवादी दक्षिण कोरियाई कठपुतलियों ने जनवादी कोरिया की क्रांतिकारी राजधानी फ्यंगयांग के आसमान में ड्रोन भेजे ! 3 अक्टूबर और 9 अक्टूबर को अमेरिकी कठपुतली दक्षिण कोरिया ने ड्रोन से जनवादी कोरिया में घुसपैठ की और 10 अक्टूबर को, वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया की स्थापना की सालगिरह पर, ड्रोन ने फ्यंगयांग में जनवादी कोरिया विरोधी पर्चे बिखेरे. ड्रोन द्वारा बिखेरे गए इन पर्चों में जनवादी कोरिया की समाजवादी व्यवस्था की निंदा की गई थी. यह स्पष्ट रूप से एक अस्थिरता अभियान था जिसका उद्देश्य जनवादी कोरिया में समाजवादी व्यवस्था को उखाड़ फेंकना था. इसमें कोई शक नहीं होना चाहिए कि फासीवादी दक्षिण कोरियाई कठपुतलियाँ जनवादी कोरिया की उस समाजवादी व्यवस्था को उखाड़ फेंकने की बेताब कोशिश कर रही हैं जो दिन-ब-दिन मजबूत होती जा रही है.  जैसा कि जनवादी कोरिया के विदेश मंत्रालय का कहना था, "दक्षिण कोरिया जनवादी कोरिया के खिलाफ अपनी उकसावे पूर्ण कारवाई में लाल रेखा को पार कर रहा है." जनवादी कोरिया के क्षेत्र में ड्रोन की घुसपैठ उसकी संप्रभुता का उल्लंघन है और अंतरराष्ट्रीय कानून के खिलाफ भी है. जनवादी क